सिटी पोस्ट लाइव : विधान सभा चुनाव की तैयारी में सारे दल जुट गए हैं.हर दल में टिकेट के दावेदारों की संख्या हजारों में है.एक एक सीट के लिए आधा आधा दर्जन दावेदार हैं.सूत्रों के अनुसार RJD के दफ्तर में हर विधान सभा सीट से कम से कम पांच दावेदार हैं.सबसे ख़ास बात ये है कि ज्यादातर यादव प्रत्याशी हैं.सभी प्रभावशाली हैं. सभी चुनाव लड़ना चाहते हैं. RJD के नेता मृतुन्जय तिवारी का कहना है कि तेजस्वी यादव को लेकर बिहार में बहुत उत्साह का माहौल है.सबको लगता है कि जिसे टिकेट मिल जाएगा वो चुनाव जीत जाएगा इसीलिए दावेदारी बढ़ गई है.
लेकिन कुछ ऐसे RJD नेता भी हैं जो ज्यादा दावेदारों की संख्या से चिंतित हैं. अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर RJD के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं-“उत्साह तो ठीक है लेकिन अति-उत्साह नुकशानदेह हो सकता है. टिकेट तो एक विधान सभा सीट से किसी एक को ही मिलेगी .ऐसे में बाकी प्रत्याशियों द्वारा मुखालफत किये जाने की संभावना बढ़ जाती है. सबसे बड़ी बात ये है कि RJD के पास ज्यादा से ज्यादा 150 सीटें लड़ने के लिए होगीं लेकिन हर विधान सभा से पांच पांच दावेदार हैं. ये दावेदार टिकेट नहीं मिलने पर आने पार्टी प्रत्याशियों के साथ साथ सहयोगी दलों के प्रत्याशियों के लिए चुनौती बन सकते हैं.
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि ये दावेदार ही RJD के लिए सबसे बड़ी चुनौती बननेवाले हैं.यहीं टिकेट नहीं मिलने पर अपनी पार्टी और सहयोगी दलों के उम्मीदवारों की हार सुनिश्चित करने के लिए ऐड़ी-छोटी का जोर लगा देगें. राजीव रंजन का कहना है कि RJD के नेता कार्यकर्त्ता अनुशासित नहीं हैं.उन्हें तेजस्वी यादव संभाल नहीं पायेगें.उनके अति-उत्साह की वजह से ही लोग उनसे डरे सहमे रहते हैं.