सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के स्वयंभू कमांडर अजय गोप की हत्या कर दी गयी। अजय गोप का शव सोमवार सुबह सड़क किनारे बरामद किया गया। उसके शरीर पर दो गोली लगी है, वहीं चेहरे को पत्थर से कूच कर पहचान छिपाने की कोशिश की गयी। इस घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया या फिर इसके पीछे अपराधियों का हाथ है, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया गया है कि मृतक अजय गोप पूर्व में पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन के लिए काम करता था। हालांकि वो संगठन से हटकर बालू कारोबार का काम करता था और आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल रहता था. अजय गोप पूर्व में जेल भी चुका था।अजय गोप की हत्या के बाद इलाके में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष होने की आशंका भी जतायी जा रही है।
अजय गोप की गोली मारकर और पत्थर से कूचकर हत्या की गयी है. शव देखने से लग रहा है कि हत्या कहीं और की गयी है और इसे सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को डोम्बाटोली गांव के पास फेंक दिया गया है।इस मामले में गुमला सदर थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक पहले पीएलएफआई संगठन का सदस्य रह चुका है।हत्या के पीछे की वजह सामने नहीं आयी है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।