सिटी पोस्ट लाइव : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बाढ़ ग्रसित इलाकों में रह रहे हर परिवार को 20 हजार रुपये देने की मांग करते हुए कहा कि आज आधा बिहार बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है। 77 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और ये कठिनाइयों के बीच जीने को मजबूर हैं। हर बाढ़ प्रभावित परिवार को राज्य सरकार 20 – 20 हजार रुपया की आर्थिक सहायता तत्काल रूप से प्रदान करें और इनके लोन माफ किए जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।
पप्पू यादव ने कहा कि किसी बाढ़ प्रभावित इलाके में न किचन, शौचालय और साफ पानी की व्यवस्था है और न जेनरेटर और मेडिकल टीम की। जन अधिकार पार्टी ने इन इलाकों में 120 किचन, 80 जेनरेटर, 40 शौचालय और साफ पीने का पानी की व्यवस्था की है। हमारे पार्टी के कार्यकर्ता लगातार जनता की सेवा कर रहे हैं। पप्पू यादव ने कहा कि बाढ़ के लिए जिम्मेदार सिंचाई और आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्रियों को बर्खास्त किया जाए तथा इनके द्वारा किए गए घोटालों की जांच हाई कोर्ट के जज की निगरानी में होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि 15 अगस्त को नीतीश कुमार अपने 15 वर्षों की उपलब्धियां गिना रहे थे। वो क्यों नहीं बताते कि हर साल 35-40 बांध कैसे टूट जाते हैं? सिंचाई विभाग को दुधारू गाय बना दिया गया है जहां फ्लड फाइटिंग के नाम करोड़ों रुपये लूटे जा रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि बिहार की जनता आपदा से घिरी होती है और नीतीश कुमार अपने बंगले में कैद रहते है। पटना जलजमाव के समय 11 दिनों के बाद घर से निकले थे, चिमकी बुखार में 13 दिनों के बाद और कोरोना वायरस महामारी में अभी तक घर से नहीं निकले। अब तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मान लिया कि बिहार में कोरोना के हालात ठीक नहीं है।
पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने 15 वर्षों में बिहार को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में देशभर में सबसे फिसड्डी बना दिया है। न कोई उद्योग-धंधे स्थापित हुए और न ही युवाओं को रोजगार मिला। हर साल लाखों युवा पलायन करने को मजबूर हैं। अपराध अपने चरम पर पहुंच चुका है। माफिया और अपराधी मौज कर रहे हैं और जनता त्रस्त है।