अज्ञात बीमारी से लगातार हो रहे मवेशियों की मौत, मदद नहीं मिलने पर आक्रोशित हुए पशुपालक

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : अज्ञात बीमारी से लगातार हो रहे मवेशियों की मौत और प्रशासन से कोई ठोस मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड के कुमरखत पूर्वी पंचायत के दोनवारी, पथलगाढा गांव में अज्ञात बीमारी से लगभग दो दर्जन पशुओं की मौत हो चुकी है, जिस कारण से स्थानीय पशुपालकों में दहशत व्याप्त है। पशुपालक जानकीनगर गांव के संतोष कुमार कामत का बैल मूल्य लगभग ₹28000 आज रात काल के गांव में समा गया। इस से पूर्व भी पंचायत के तीन दर्जन से अधिक पशुओं का मौत हो चुका है। पशुपालकों ने भी बताया कि गांव में अब तक अज्ञात बीमारी के कारण एक दर्जन से अधिक पशु जैसे गाय, बैल, बछडा, भैंस की मौत हो चुकी है।

पहले पशुओं के शरीर में सूजन होती है, उसके बाद बुखार और तुरंत ही पशुओं के पैर फेकने लगता है, और पशु की मौत देखते ही देखते हो जाती है। हो रहे पशुओं की मौत की सूचना पर पशु चिकित्सक द्वारा आनन-फानन में मवेशी पालकों के बीच किटनाशक दवा का वितरण कर अपने जवाबदेही का निर्वाह कर लिया गया। पथलगाढा, दोनवारी, मोतनाजे एवं जानकीनगर गांव में विशेष कैंप का आयोजन किया गया। उक्त कैंप के माध्यम से पशुपालकों के बीच चिकित्सक डा० सुमन व कर्मी सुरेंद्र कुमार के द्वारा किटनाशक दवा का वितरण किया गया था। सरकारी स्तर पर पशुओं का कोई टीका उपलब्ध नहीं रहने के कारण टीकाकरण नहीं हुआ है।

इस बाबत स्थानीय पंचायत समिति सदस्य रामकुमार यादव के साथ पशुपालकों द्वारा गांव में टीम भेजकर पशुओं की जांच की मांग किया गया था, जिस सूचना के आधार पर जिला स्तर पर जांच टीम का गठन तो कर लिया गया, लेकिन आज तक चिकित्सकों का दल नहीं पहुंचने के कारण स्थानीय प्रभारी प्रखंड चिकित्सक द्वारा ही कैंप का आयोजन कर दवा वितरण किया गया था। भारी तादाद में हो रहे नुकसान के रोकथाम के दिशा में कदम नहीं उठाए जाने के कारण एक के बाद एक पशु काल के गाल में समा रहा है।

वहीं, पशुपालन विभाग खुद अपने ही भवन ओर कर्मियों की कमी से जूझ रहा है। जब हमारे संवाददाता उक्त भवन में गए तो एकमात्र कर्मी मिला, बांकी के सभी लोग नदारद मिले। भवन की इस्तिथि भीबक़ाफी जीर्ण-शीर्ण हुई है, जो कभी भी मलबे में तब्दील हो सकता है। वहीं कोई ठोस पहल ओर निराकरण नही मिल पाने की वजह से स्थानीय ग्रामीणों में भारी गुस्सा सरकार और अधिकारियों के प्रति व्याप्त है।

मधुबनी से सुमित कुमार की रिपोर्ट

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