सिटी पोस्ट लाइवः बिहार में महागठबंधन में काॅर्डिनेशन कमिटी को लेकर जो रार मची हुई है उससे यह साफ रहा है कि तेजस्वी यादव बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को कोई भाव नहीं दे रहे न हीं उनकी डिमांड और अल्टीमेटम केा गंभीरता से ले रहे हैं लेकिन क्या तेजस्वी कांग्रेस को भी कोई भाव नहीं दे रहे? यह सवाल इसलिए है कि बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल दो दिनों के बिहार दौरे पर थे। उन्हें आज दिल्ली लौटना था लेकिन वे अचानक कल हीं लौट गये।
शक्ति सिंह गोहिल की तरफ से यह कहा गया था कि वे अपनी पार्टी के नेताओं से मुलाकात करेंगे महागठबंधन के सहयोगी से मुलाकात नहीं करेंगे लेकिन अंदरखाने से जो खबर निकलकर सामने आ रही है वो यह है कि गोहिल तेजस्वी से मुलाकात चाहते थे लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव के अलावा बाकी दलों के नेता रविवार को पटना में नहीं थे. मगर तेजस्वी से भी उनकी भेंट नहीं हो सकी.
इससे पूर्व शनिवार शाम वे पहले विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह और फिर पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के आवास पर जाकर उनसे मिले थे. हालांकि गोहिल ने यह जरूर कहा कि वो महागठबंधन के नेताओं से मिलने नहीं बल्कि अपने पार्टी के नेताओं को चुनाव के लिए तैयार करने आए थे. लेकिन उनके यूं अचानक चले जाने को लेकर पार्टी नेताओं के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हैं.