सिटी पोस्ट लाइव : मेडिकल-इंजीनियरिंग परीक्षा पास कराने वाले एक बड़े सॉल्वर गैंग (Fraud Gang) का भंडाफोड़ पटना पुलिस ने किया है. पुलिस ने छापेमारी कर पटना से छह सॉल्वर को धर दबोचा है.पुलिस ने इस गैंग के पास से नकद, 100 से अधिक प्रवेश पत्र, फर्जी आधार कार्ड, लैपटाप, सीपीयू, कंप्यूटर समेत कई दस्तावेज व मोबाइल फ़ोन बरामद किए हैं. इस रैकेट का सरगना अभीतक पुलिस के हाथ नहीं आया है. पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश कर रही है.
हरियाणा पुलिस की मदद से बिहार की पटना पुलिस (Patna Police) ने शहर के बुद्धा कॉलोनी थाना इलाके में स्थित विंध्याचल अपार्टमेंट में छापेमारी कर सरकारी नौकरी दिलाने, मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि की प्रतियोगी परीक्षाओं के नाम पर ठगी करने वाले सॉल्वर गैंग के सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है.. गिरफ्तार होनेवालों में प्रशांत कुमार, रमेश, सौरभ सुमन, उज्जवल उर्फ गजनी व दो अन्य शामिल हैं. इसमें सौरभ भागलपुर का है. पुलिस इनके पास से बरामद मोबाइल और लैपटॉप को खंगालने में जुटी है.यह बहुत बड़ा गैंग हैं. इसके तार बिहार, राजस्थान, यूपी, मध्यप्रदेश, हरियाणा, बंगाल, दिल्ली व महाराष्ट्र से भी जुड़े हैं. बुद्धा कालोनी थाना में इनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
दरअसल इस गैंग में शामिल शातिरों ने हरियाणा में बेरोजगारों से मोती रकम की वसूली की थी.हरियाणा एसटीएफ ने जब इस गिरोह के मोबाइल की पड़ताल की और गिर्हो के सदस्यों से पूछताछ की तो पता चला कि ये गैंग पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना के विध्यांचल अपार्टमेंट में बड़े स्तर पर मेडिकल प्रवेश परीक्षा में सेटिंग व सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का गौरखधंधा चला रहे हैं. हरियाणा पुलिस पटना पहुंची और पटना पुलिस की स्पेशल टीम के साथ इस अपार्टमेंट के थर्ड फ्लोर पर शुक्रवार की रात को छापा मारा और वहां से 6 को गिरफ्तार किया़.
पूछताछ में पुलिस का सुराग मिला है कि बिहार में इस गिरोह का मास्टरमाइंड अतुल व है जो बिहार को लीड करता है.इस गिरोह के सदस्यों ने बोरिंग रोड स्थित एक कॉम्पलेक्स में अपना ऑफिस बनाया था. इसको रमेश और उज्जवल चलाते थे. गैंग के सदस्य का टॉरगेट बोरिंग रोड के आसपास कोचिंग संस्थानों में विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र होते थे.छात्रों को झांसा देकर नौकरी या फिर मेडिकल, इंजीनियरिंग परीक्षाओं में सेटिंग कर प्रवेश दिलाते थे. यह गिरोह कई प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र आउट करवाकर, सॉल्वर बिठाकर उम्मीदवारों से मोटी रकम लेकर प्रदेश के विभिन्न सेंटर पर काम करते थे.
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि 2015 में महराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए मेडिकल प्रवेश परीक्षा के पेपर लीक करने में भी इसी गिरोह का हाथ था. उसके बाद से वहां की इन्हें तलाश कर रही थी. गिरफ्तार 6 लोगों में से एक सौरव सुमन एक रसूखदार का बेटा बताया जा रहा है़. पटना में चल रहे गैस पाइप लाइन में नौकरी दिलाने के नाम पर भी करीब दो दर्जन से अधिक छात्रों से इन शातिरों ने मोटी रकम वसूल किये हैं. इस गिरोह के लोग विभिन्न परीक्षाओं में दूसरे छात्र को बैठाकर, पेपर आउट कराने के बाद इसे सोल्वे कराने के बाद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल कराने व आंसर शीट को दूसरे स्थान पर भरे जाने की भी सेटिंग करते थे.