सिटी पोस्ट लाइव :ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत सूइसाइड केस में प्रवर्तन निदेशालय ( ईडीEnforcement Directorate) ने शुक्रवार को ऐक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती से घंटों पूछताछ की कोशिश की लेकिन रिया ने किसी सवाल का जबाब नहीं दिया.वो लगातार सबकुछ भूल जाने का बहाना बनाती रही.हर सवाल का उसने यहीं जबाब दिया-“ मुझे याद नहीं”.जाहिर है वह जांच में सहयोग करने को तैयार नहीं है.
सबके जेहन में ये सवाल उठ रहा होगा कि ईडी सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की जांच क्यों कर रही है. दरअसल, ईडी सुशांत के पिता केके सिंह की तरफ से पटना में दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर यह जांच कर रही है. एफआईआर की स्टडी के बाद ईडी ने 31 जुलाई को रिया चक्रवर्ती और उनके फैमिली मेंबर्स और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था.सुशांत के पिता केके सिंह ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि रिया और उनके फैमिली मेंबर्स ने उनके बेटे के अकांउट से 15 करोड़ रुपये का हेरफेर किया था. एफआईआर में कहा गया है कि 2019 में सुशांत के अकांउट में 17 करोड़ रुपये थे. लेकिन कुछ ही महीनों के भीतर उसमें से 15 करोड़ रुपये ऐसे 3 खातों में ट्रांसफर किए गए जिनसे उनका कोई संबंध नहीं था. आरोप है कि ये अकाउंट्स रिया, उसके भाई शोविक और उसकी मां के हैं.
ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल से जांच कर रही है. उसे शक है कि सुशांत के बैंक अकाउंट से रिया और उनके भाई के जरिए ट्रांजैक्शंस हुए हैं. रिया ने कुछ प्रॉपर्टी भी खरीदी है, जो ईडी की नजर में आई हैं. उनकी 2018-19 की इनकम लगभग 14 लाख है जबकि उनकी 2 बड़ी प्रॉपर्टीज नजर में आई हैं जिनकी कीमत उनकी आय से बहुत अधिक है.सूत्रों के अनुसार 12 करोड़ से भी ज्यादा है. रिया ने कुछ कंपनियों और स्टार्टअप में भी निवेश किया है. ईडी यह जांच कर रही है कि ये पैसे कहां से आए? कहीं मनी लॉन्ड्रिंग के पैसों से तो ये निवेश और खरीदारियां नहीं हुई हैं.
ईडी एक केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी है. यह एक गैर-संवैधानिक निकाय है यानी इसका संविधान में कोई जिक्र नहीं है. इसकी स्थापना 1965 में हुई थी. इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है. इसके देश में कुल 10 जोनल कार्यालय हैं. ये हैं- मुंबई, दिल्ली, चेन्नै, कोलकाता, चंडीगढ़, लखनऊ, कोच्चि, अहमदाबाद, बेंगलुरु और हैदराबाद में हैं.आसान भाषा में कहें तो ईडी का काम आर्थिक भ्रष्टाचार यानी वित्तीय घपलों की जांच करना है. इसकी जांच का दायरा काफी बड़ा है. यह फेमा यानी फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट ऐक्ट के उल्लंघनों की जांच करती है.
विदेशों में संपत्ति की खरीद, हवाला लेनदेन, बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा पर कब्जे, विदेशी मुद्रा के अवैध व्यापार के मामलों की जांच करती है. इसके लिए वह केंद्र और राज्यों की एजेंसियों से शिकायतों और खुफिया जानकारी हासिल करती है. मनी लॉन्ड्रिंग के संदिग्ध मामलों की जांच की वजह से यह एजेंसी अक्सर सुर्खियों में रहती है.ईडी फेमा के उल्लंघन के गुनहगारों की संपत्ति तक कुर्क कर सकती है. उसके पास मनी लॉन्ड्रिंग कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ जब्ती, गिरफ्तारी और केस दर्ज करने का अधिकार है.
ईडी अक्सर मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच को लेकर सुर्खियों में रहती है. इसलिए यह समझना भी जरूरी है कि आखिर मनी लॉन्ड्रिंग है क्या? आसान भाषा में कहें तो मनी लॉन्ड्रिंग का मतलब काले धन को सफेद बनाने से है यानी अवैध तरीके से कमाए गए धन को वैध तरीके से कमाए गए धन के रूप में दिखाना. उदाहरण के तौर पर फर्जी कंपनियों में पैसों का ट्रांसफर. इस तरह के धन का सरकार के पास कोई लेखा-जोखा नहीं होता है.
रिया चक्रवर्ती के कॉल डीटेल्स के अनुसार सुशांत से कहीं ज्यादा कॉल्स रिया ने उनकी एक्स मैनेजर श्रुति मोदी (जो कि सुशांत की पूर्व बिजनस मैनेजर भी रही हैं) और सुशांत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा को किए थे.गौरतलब है कि सुशांत के पिता और सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में श्रुति और सैमुअल दोनों के नाम शामिल हैं. इन दोनों के अलावा रिया और उनकी फैमिली के तीन सदस्यों के नाम हैं, जिनमें उनके पिता, भाई और मां का नाम भी शामिल है.इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रिया और सुशांत की बातचीत केवल 147 बार ही हुई है और 808 कॉल श्रुति के साथ और 289 सैमुअल के साथ हैं.इनके अलावा इस कॉल डीटेल में जो बात सामने आई है उसमें कहा जा रहा है कि रिया दो टॉप साइकायट्रिस्ट के सम्पर्क में थीं.
रिया के कॉल रेकॉर्ड्स में महेश भट्ट का भी नाम आया है. यनी रिया की महेश भट्टसे भी बातचीत चल रही थी.रिया के कॉल रेकॉर्ड से पता चलता है कि केवल 31 आउटगोइंड कॉल सुशांत को किए गए थे, जबकि 135 इनकमिंग कॉल थे. रिया के कॉल रेकॉर्ड इस बात को लेकर सबूत के तौर पर इस्तेमाल हो सकते कि सुशांत और उनके बीच सबकुछ सही नहीं था.उम्मीद है कि सीबीआई केस डीटेल्स की स्टडी के बाद सीबीआई रिया को समन भेज सकती है. आज रिया को प्रवर्तन निदेशालय (ED) में तलब किया गया था. इससे पहले गुरुवार को करीब 8 घंटे तक ईडी ने सैमुअल मिरांडा से भी सुशांते पैसों की जांच को लेकर उनसे पूछताछ की है.