सिटी पोस्ट लाइव, रांची: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भूमिपूजन के मौके पर आज प्रदेश कांग्रेस भवन समेत सभी जिला मुख्यालयों में अवस्थित पार्टी कार्यालय में दीप प्रज्ज्वलित किया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस की आस्था मंदिर निर्माण में शुरू से ही रही है। उन्होंने कहा कि इस बात की सभी को जानकारी होनी चाहिए कि राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का काम सबसे पहले प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था और बाद में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया था। उन्होंने कहा कि गांधीजी भी रामराज्य की कल्पना करते रहे और जब आजादी के बाद देश में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनी, तो सभी वर्ग-समुदाय को साथ लेकर रामराज्य की बुनियाद रखी गयी। महात्मा गांधी सुबह शाम रघुपति राघव राजा राम का भजन गाया करते थे और पूरा देश इस भजन में उनके साथ शामिल होता था। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी भाजपा की तरह मंदिर-मस्जिद, गिरजाघर और गुरुद्वारे के मुद्दे को लेकर राजनीति नहीं की । बल्कि कोरोना संकटकाल में भूमि पूजन होने से लोग आस्था के इस कार्यक्रम में भी शामिल होने से वंचित रह गये है, यह अफसोस जनक बात है कि भाजपा-संघ ने सिर्फ 100-150 की संख्या में लोगों को आमंत्रित किया है, जबकि पूरा देश भूमि पूजन में शामिल होना चाहता था।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सह प्रभारी व अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव उमंग सिंघार ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक सद्भाव का पर्याय बनेगा। उन्होंने कहा कि राम तो सबके है, ‘सरलता,साहस, संयम, त्याग, वचनबद्धता, दीनबंधी राम नाम का सार है। राम सबमें है, राम सबके साथ हैं। राम और सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर है।उमंग सिंघार ने कहा कि प्रभू राम कोरोना संक्रमण, देश में गरीबी, भूखमरी,अशिक्षा और बेरोजगारी से मुक्ति दिलाये। प्रदेश कांग्रेस भवन में भूमि पूजन के स्वागत में दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही मिठाईयां भी बांटी गयी।सर्वधर्म समभाव एवं वसुधैव कुटुम्बकम के मूलमंत्र के साथ सभी समुदाय के मानने वालों ने राममंदिर भूमिपूजन के उपलक्ष्य में दीप जलाया एवं एक दूसरे को बधाई दी।कांग्रेस भवन में मौजूद सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की एवं महात्मा गांधी के रामधुन रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम को गया।
झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि भगवान राम,माता सीता और रामायण की कथा हजारों वर्षों से हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाश पुंज की तरह आलोकित है ,भगवान राम नैतिकता बलिदान, शक्ति और धार्मिकता की आदर्श छवि है ।
झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, उन्होंने कहा कि राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम सहयोगी हैं और सबसे महत्वपूर्ण राम सबकेहैं। प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि भगवान राम सबके पूज्य हैं, सबके अराध्य है, वे सबके कल्याण करने वाले हैं तथा सबके हितकारी है। मर्यादा पुरूषोतम हमारे हृदय में विराजमान है। विधायक दीपिका पाण्डेंय सिंह ने राम मंदिर भूमि पूजन की राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी है ।उन्होंने कहा आशा है कि त्याग, कर्तव्य, करुणा, उदारता, एकता बंधुत्व, सद्भाव, सदाचार के रामबाण मूल्य जीवन पथ का रास्ता बनेंगे।
कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे एवं डा राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कांग्रेस पार्टी हमेशा अदालत की लकीर पर चली है और हमेशा यह कहती रही है कि हम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी ने 1989 में ही अपनी स्थिति साफ कर दी थी। भगवान राम का भूमि पूजन देश में भाईचारगी,समृद्धि, सद्भावना, एकता स्थापित होगी। प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता डॉ0 तौसीफ ने कहा कि रामजन्म भूमि पूजन का हम स्वागत करते हैं। पूरा देश सुप्रिम कोर्ट के न्यायालय का समर्थन करता है। भूमि पूजन से प्रभू राम के आर्शीवाद से देश में सौहार्द कायम रहे यह हमारी कामना है। कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष सर्वश्री संजय लाल पासवान, मानस सिन्हा, जोनल कोआर्डिनेटर रमा खलखो, युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार गौरव, प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 राकेश किरण महतो, रॉंची ग्रामीण अध्यक्ष सुरेश बैठा, नेली नाथन, गजेन्द्र सिंह, अमूल्य नीरज खलखो, बेलश तिर्की, जिला परिषद् सदस्य ऐनुल अंसारी, सतीश पॉल मुंजनी, जगन्नाथ साहू, मनोरंजन कुमार, मो. मोजीबुल्लाह, बबलु शुक्ला, गुंजन सिंह, सुखेर भगत, विभय शाहदेव, जितेन्द्र त्रिवेदी, राखी कौर, उज्जवल प्रकाश तिवारी, अशोक मिश्रा, रामानन्द केशरी आदि उपस्थित थे।