पंचतत्व में विलीन हुआ कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण का पार्थिव शरीर
सिटी पोस्ट लाइव, कानपुर: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रही कमल रानी वरुण का पार्थिव शरीर रविवार को दोपहर बाद कानपुर पहुंचा। आवास पर कोरोना गाइड लाइन के अनुसार लोगों को अंतिम दर्शन कराया गया और इसके बाद पार्थिव शरीर भैरव घाट पहुंचा। यहां पर राजकीय सम्मान के साथ विद्युत शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया और पंचतत्व में विलीन हो गयी। राजनेताओं से लेकर समाजसेवियों और शहरवासियों ने उन्हे नम आंखों से विदाई दी।
घाटमपुर सीट से विधायक व उत्तर प्रदेश सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री रही कमला रानी वरुण गोविन्द नगर के बर्रा 6 में रहती थी। कोरोना के लक्षण होने पर करीब 12 दिन पहले वह लखनऊ के पीजीआई में भर्ती हुई थी। कोरोना जांच में वह कोरोना पॉजिटिव पायी गयी और साथ ही डायबिटीज की भी शिकायत थी। डायबिटीज अधिक होने के चलते उनका स्वास्थ्य बराबर बिगड़ता चला गया और रविवार की सुबह उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली। डॉक्टरों के मृत घोषित करते ही राजनीतिक गलियारों और उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। लोग एक-दूसरे से पता करते रहे कि उनका अंतिम संस्कार कहां पर होगा और अंतिम दर्शन के लिए जानकारी लेते रहे।
इसी बीच जिलाधिकारी डा. बीडीआर तिवारी ने जानकारी दी कि मंत्री का अंतिम संस्कार कानपुर के भैरव घाट पर होगा और कुछ देर के लिए उनके आवास पर शव को रखा जाएगा। लखनऊ से कोरोना नियमों का पालन करते हुए एंबुलेंस से उनका पार्थिव शरीर दोपहर बाद उनके आवास पहुंचा। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्वजनों के अलावा कुछ ही लोगों को अंतिम दर्शन कराये गये। घर से पार्थिव शरीर भैरव घाट पहुंचा और राजकीय सम्मान के साथ विद्युत शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया।उनके पंचतत्व में विलीन होते ही लोगों की आंखें नम हो गईं। यहां पर अफसरों व स्वास्थ्य टीम के अलावा घर के सदस्यों के साथ कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, भाजपा उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज, भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी, एमएलसी अरुण पाठक, विधायक सुरेंद्र मैथानी आदि भाजपा नेता मौजूद रहे।