सिटी पोस्ट लाइव :उत्तर बिहार को राजधानी पटना से जोड़ने वाला महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) के पश्चिमी हिस्से में आज शुक्रवार से 2 लेन से यातायात शुरू हो जाएगा. पुल का उद्घाटन दिल्ली से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) एक साथ करेंगे. उद्घाटन के साथ ही इस लेन से सारी बड़ी गाड़ियां चलनी शुरू हो जाएंगी. लगभग 3 साल में बने इस सुपर स्ट्रक्चर की आयु 100 साल बताई जा रही है. गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का कार्य तीन साल पहले जुलाई, 2017 में शुरू हुआ था.
पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव के अनुसार, बरसात के बाद पूर्वी दो लेन के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा. चारों लेन के पुनरुद्धार की अनुमानित लागत 1742.01 करोड़ रुपये है. इस पुल की डिजाइन लाइफ 100 वर्ष की है. सेतु के चारों लेन के पुनरुद्धार में कुल 66 हजार 360 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया जाना है. पूर्वी छोड़ के दो लेन के जीर्णोद्धार लिए आवश्यक स्टील में से आधी मात्रा की खरीद की जा चुकी है. पूर्वी लेन का जीर्णोद्धार कार्य 18 माह में पूरा कर लिया जाएगा. आने वाले दिनों में पुल के चारों लेन पर गाड़ियां फर्राटे भरने लगेंगी और नागरिकों को बड़ी सुविधा होगी.
हावड़ा ब्रिज की तर्ज पर डिजाइन किए गए इस पुल के सभी पाए जहां पुराने कंक्रीट के बने हैं, वहीं पुल का सुपर स्ट्रक्चर लोहे का बना है. गौरतलब है कि पुल के जीर्णोद्वार कार्य के पूर्व आईआईटी रुड़की की टीम ने पुल के सभी पिलर को पूरी तरह मजबूत और सुदृढ़ पाया था. जीर्णोद्धार कार्य में ध्यान रखा गया कि पुराने पुल का मलबा गंगा में न गिरे. पुराने पुल के सुपर स्ट्रक्चर के सारे मलवे को क्रश कर वैकल्पिक उपयोग किया गया.