सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच पूर्व IAS अधिकारी ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. बिहार के पूर्व आईएएस अधिकारी अफजल अमानुल्लाह ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि बिहार के अधिकारियों ने पैंट खोल दिया है. उनकी फटी पडी है और वे मउगा की तरह बैठे हैं. इसके कारण ही बिहार में कोरोना का संकट गहराता जा रहा है.अधिकारी चाहें तो एक सप्ताह में सब सही हो सकता है.
आज अफजल अमानुल्लाह ने कोरोना संकट को लेकर करीब 14 मिनट का वीडियो मैसेज जारी किया है. इस वीडियो में बिहार के ब्यूरोक्रेसी पर तगड़ा हमला बोला है.अफजल अमानुल्लाह ने कहा है कि बिहार में कोरोना को लेकर जो माहौल है उससे निपटने में बिहार के अधिकारी पूरी तरह से नाकाम रहे हैं. उन्होंने लगातार वो सुझाव दिये हैं जिससे बिहार में कोरोना के संकट को कम किया जा सकता है.अमानुल्लाह ने कहा है कि बिहार में कोरोना को लेकर सब ठीक हो सकता है अगर अधिकारी सही से काम करें. उन्होंने कहा कि बिहार में प्रशासन को लकवा मार गया है. न कोई खरीददारी हुई है और ना ही कोई दूसरा काम हुआ है. अधिकारी मंत्री या मुख्यमंत्री से कुछ बताते हैं नहीं. ऐसा क्यों. अफसर सरकारी सेवक हैं उनका काम है सरकार को सही सलाह देना. सरकार को जो करना है वह करेगी लेकिन अधिकारियों ने क्यों अपना पैंट खोल दिया है.
उन्होंने अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा है-“आप फाइल पर नहीं लिखियेगा. डरियेगा … फटी रहेगी आपकी.आप बात नहीं करियेगा फेस पर. फैसला नहीं लीजियेगा. कहियेगा कि उपर से आना चाहिये. उपर मतलब क्या भगवान आपको बतायेगा.भईया मेहरबानी करके जनता को बचाइये. मेहरबानी करके जल्दी-जल्दी काम करवाइये. देखिये कि पैसे की गडबडी नहीं हो. अभी वक्त है कि बिना बेइमानी के काम करिये. ये सोंचिये कि भगवान आपको माफ नहीं करेगा. इस दुनिया में या दूसरी दुनिया में आपको जवाब देना होगा कहीं.”
उन्होंने कहा कि बहुत दुखी होकर उन्हें ये सब बोलना पड़ रहा है. उन्होंने 40 साल नौकरी की है और अभी भी कुछ काम कर रहे हैं. बिहार का प्रशासन बहुत अच्छा था लेकिन दुर्भाग्य है कि वो गड़बड़ हो गया है. पता नहीं कैसे लोग गड़बड हो गये हैं. मउगा की तरह बैठ गये हैं.गौरतलब है कि अफजल अमानुल्लाह बिहार के सबसे चर्चित अधिकारियों में से एक रहे हैं. बिहार में वे गृह सचिव से लेकर स्वास्थ्य सचिव का काम संभाल चुके हैं. केंद्र सरकार में भी कई विभागों के सचिव रह चुके हैं. रिटायरमेंट के बाद नीतीश सरकार ने उन्हें बिहार रेरा का अध्यक्ष बनाया है.