सिटी पोस्ट लाइव : जदयू के विधानसभावार वर्चुअल सम्मेलन के दसवें दिन राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह ने अपने संबोधन के दौरान आरसीपी सिंह जी ने सर्वप्रथम देश के पूर्व राष्ट्रपति मिसाइलमैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी पुण्यतिथि (26 जुलाई) के अवसर पर नमन किया। आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार का पुराना गौरव लौटाने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच को डॉ. कलाम ने और बल दिया। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना इसका बेहतरीन उदाहरण है।
आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार से पहले की सरकार की बिहार के विकास को लेकर न कोई सोच थी, न कोई कार्यक्रम था। बिहार की जमीन उपजाऊ है, लोग परिश्रमी हैं, प्रतिभा की कोई कमी नहीं यहां, फिर भीविकास के हर मानक पर हम पिछड़े थे। श्री नीतीश कुमार विकसित बिहार का सपना लेकर आए और हर क्षेत्र में काम किया। बिहार के लोगों की इच्छा है कि बिहार का नेतृत्व नीतीश कुमार ही करें ताकि बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का उनका संकल्प पूरा हो।
आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार के विकास की बानगी देखनी हो तो गया और बोधगया को ही देखें। नीतीश कुमार ने इस ऐतिहासिक शहर को इस तरह सजाया कि 2019 में यहां तीन लाख से ज्यादा विदेशी पर्यटक आए। आज यहां कई बड़े संस्थान और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं हैं। और तो और, अब गंगा का पानी भी गया पहुंचाया जा रहा है।
आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के वर्तमान 15% हरित क्षेत्र को 17% करने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। उन्होंने 2.51 करोड़ वृक्ष लगाने का संकल्प लिया है, जिसे पूरा करने में हम सभी को लगना है। उन्होंने कहा कि जदयू के कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि 7 अगस्त को होने जा रही नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली में न केवल दल के लोग बल्कि उनके तमाम चाहने वाले जुड़ें।