सिटी पोस्ट लाइव : पूरे बिहार में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है.बिहार की राजधानी पटना में एंटीजन कोरोना टेस्ट होने के बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभीतक पटना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 7 हजार के पार पहुंच गई है. आज फिर से पटना में कोरोना के 553 नए मरीज मिले हैं. 3 हजार से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस पटना में है. 36 लोगों की मौत कोरोना से सिर्फ पटना जिले में हो चुकी है.लेकिन पटना के निजी अस्पतालों की मानें तो पटना में एंटीजन टेस्ट में पटना के 40 फीसदी लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं.
पटना के निजी अस्पताल रुबन जहाँ कोरोना टेस्ट और कोरोना का ईलाज शुरू हो चूका है उसके क्षेत्रीय निदेशक के अनुसार एंटीजन कोरोना टेस्ट के रिजल्ट डरानेवाले हैं.40 फीसदी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.इसका मतलब है कि अगर पुरे अतना के लोगों की जांच हो जाए तो संक्रमित मरीजों की संख्या पटना में ही लाखों में हो सकती है.डॉक्टर तलत कहते हैं-“अब वहीँ बचेगा जो ये मानकर चलेगा कि उसके सामने आनेवाला हर व्यक्ति संक्रमित है.सावधानी हटी तो समझिये दुर्घटना घटी.
हमेश कूल दिखनेवाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर अपना आपा खो रहे हैं तो इसकी वजह यहीं है.दो दिन पूर्व उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से यहीं सवाल पूछा-अगर दिल्ली में 38 हजार सैम्पल की जांच रोज हो सकती है तो बिहार में 20 हजार क्यों नहीं हो सकती.उनकी नाराजगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने प्रधान सचिव से यहाँ तक कह दिया कि अगर आपसे विभाग नहीं संभल रहा है तो छोड़ दीजिये.सूत्रों के अनुसार कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा हो चूका है.सभी लोगों का ईलाज संभव नहीं है.बचने का एकमात्र तरीका संक्क्रमण से बचना ही है.