सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना के संक्रमण से आम लोग तो बेहाल है ही साथ ही बीमार लोगों की जान बचाने में जुटे डॉक्टर्स की जान भी जोखिम में है.लगातार डॉक्टर्स की मौत हो रही है.अबतक 6 डॉक्टर्स की मौत हो चुकी है.50 से ज्यादा डॉक्टर्स और सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हैं.इस बीच एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है, जहां सुपौल के हड्डी रोग विशेषज्ञ की कोरोना से मौत हो गई है. पटना पीएमलीएच में इलाज के दौरान डॉक्टर महेन्द्र चौधरी की मौत हो गई है.
गौरतलब है कि सुपौल के हड्डी रोग विशेषज्ञ कुछ दिन पहले ही कोरोना से संक्रमित हो गए थे. जिसके बाद उन्हें आइशोलेट कर दिया गया था. जहां उनकी हालत बिगड़ गई थी. जिसे देखते हुए पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया था और वहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. परिवार के सदस्यों ने इसकी पुष्टि की है.
डॉक्टरों की लगातार हो रही मौत और संक्ररमण की वजह से डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मी दहशत में हैं.निजी अस्पतालों में सरकार ने कोरोना के ईलाज का आदेश तो दे दिया है लेकिन डॉक्टर्स ईलाज करने को तैयार नहीं हैं.अबतक पटना के रुबन और पारस हॉस्पिटल में भी कोरोना का ईलाज शुरू नहीं हो पाया है.अस्पताल प्रबधन का कहना है कि डॉक्याटर्स और उनके परिवार वाले कोरोना का खतरा मोल लेने को तैयार नहीं हैं.एक तरफ अस्पतालों पर सरकार का दबाव है दूसरी तरफ डॉक्टर्स कोरोना के ईलाज के लिए तैयार नहीं हैं.