सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना का संक्रमण बिहार में बेलगाम हो चूका है.कोरोना मरीजों को सरकारी अस्पतालों में जगह नहीं मिल पा रहा है.दूसरी बीमारियों से ग्रसित लोग भी परेशान हैं.उनका ईलाज नहीं हो पा रहा है.सरकारी अस्पतालों से रोज कोई न कोई विडियो वायरल हो रहा है जो स्वास्थ्य विभाग और उसकी सरकारी अस्पतालों का पोल खोल रहा है.कहीं कोरोना मरीज सरकारी अस्पताल के बाहर ईलाज के अभाव में अपना दम तोड़ दे रहा है तो कहीं लाशों के बीच मरीजों का ईलाज हो रहा है.जेडीयू के नेता ने PMCH से फेसबुक लाइव कर सरकार का पोल खोला था वहीँ अब एक बीजेपी के कार्यकर्त्ता ने मोदी भक्त ने शेखपुरा के बरबीघा सदर अस्पताल से फेसबुक लाइव कर स्वास्थ्य व्यवस्था की धज्जी उड़ा दी है.प्रसव पीड़ा के एक मरीज को अस्पताल लेकर पहुंचा यह बीजेपी कार्यकर्त्ता गुस्से से लाल है.वह दिखा रहा है कि इतने आलिशान भवन वाले सदर अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं है.एक भी नर्स नहीं है.केवल दो गार्ड अस्पताल चला रहे हैं.
मोदी भक्त यह बीजेपी कार्यकर्त्ता स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय पर बहुत फिरंट हैं.वह बार बार अस्पताल का विडियो दिखाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर रहा है.वह कह रहा है ,देखिये मंत्री जी आपके अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं है.आप सभी डॉक्टरों को या तो बर्खास्त करिए या फिर मंत्री पद से इस्तीफा दीजिये.अगर आपसे स्वास्थ्य विभाग संभल नहीं रहा है तो मंत्री पद छोडिये.बीजेपी कार्यकर्त्ता विवेक कुमार ने जितना तीखा हमला स्वास्थ्य विभाग और अपनी पार्टी के मंत्री पर किया है, विपक्ष भी नहीं कर पाया है.
गौरतलब है कि अबतक कोरोना से 50 से ज्यादा डॉक्टर्स संक्रमित हो चुके हैं.5 डॉक्टर्स अपनी जान गवां चुके हैं.सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हैं और जीवन मौत से जूझ रहे हैं.डॉक्टर इतने दहशत में हैं कि अस्पताल छोड़कर भाग गए हैं.कोरोना मरीजों के साथ साथ दूसरी बीमारियों से ग्रसित लोगों का ईलाज भी नहीं हो पा रहा है.सरकार ने राज्य के सभी जिलों के डीएम से निजी अस्पतालों में कोरोना के ईलाज की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है.लेकिन निजी अस्पताल के डॉक्टर्स इसके लिए तैयार नहीं हैं.आजतक पटना के किसी निजी अस्पताल में कोरोना का ईलाज शुरू नहीं हो पाया है.रुबन हॉस्पिटल में मालिक डॉक्टर सत्यजीत कहते हैं कि उनके हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार है लेकिन डॉक्टर ईलाज के लिए तैयार नहीं हैं.उनको तैयार करने की कोशिश में वो जुटे हैं.