सिटी पोस्ट लाइव : नेपाल में हुई बारिश के बाद गंडक नदी (Gandak River) का जल स्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. गंडक नदी ने विकराल रूप ले लिया है.बिहार के गोपालगंज Gopalganj), मोतिहारी समेत कई Villages of Gopalganj on the verge of merging with the Gandak Riverका कोहराम जारी है. गोपालगंज में गंडक नदी हर साल भारी तबाही मचाती रही है. बाढ़ की चपेट में आने पर सदर प्रखंड के कई गांव पहले ही गंडक में विलीन हो चुके हैं. इस साल भी सदर प्रखंड के खाप मकसूदपुर पंचायत का वार्ड नम्बर 12 अब पूरी तरह गंडक में समाने की स्थिति में आ चुका है.
जिला प्रशासन के द्वारा जारी आंकड़ो के मुताबिक वर्तमान में गोपालगंज में गंडक नदी में करीब साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी का बहाव है. इतना पानी हाल के दिनों में गंडक में पहली बार आया है. गंडक के बढ़ते जलस्तर और तेज बहाव की वजह से सदर प्रखंड के खाप मकसूदपुर का वार्ड नम्बर 12 के सैकड़ों घर नदी में विलीन हो गए हैं. अभी भी करीब 50 – 60 घर या यूं कहें कि झोपड़ियां बची हुई हैं. उन्हें बचाने के लिए ग्रामीण जद्दोजहद कर रहे हैं.
गोपालगंज जिले के सैकड़ों गावं बाढ़ में विलीन होनेवाले हैं. लोगों को गावों से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम चल रहा है. जिला प्रशासन की तरफ से राहत बचाव कार्य चलाया जा रहा है. NDRF की टीम लगातार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने में जुटी है. जिलाप्रशासन की तरफ से राहत शिवर शुरू किये गए हैं. बाढ़ प्रभावित लोगों के खाने पीने और रहने की व्वस्था की जा रही है. जो लोग आखिरी समय तक गाव छोड़ने को तैयार नहीं थे वो संकट में फंस गए हैं. वे अब नदी से बाहर तटबंधों पर जाना चाहते हैं, लेकिन नाव नहीं उपलब्ध हो पा रहा है. नदी तेजी से उनके घरों में कटाव शुरू है . अब बाहर निकलने के अलावा कोई चारा नहीं है, पर अब उन्हें नाव नहीं मिल रही है. प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली नाव की मदद नहीं पहुंची है. सैकड़ों लोग गंडक से चारो तरफ से घिरे हुए हैं.