सिटी पोस्ट लाइव : मधुबन जिले के जयनगर से होते हुए बिहार में प्रवेश करने वाली कमला नदी उफान पर है। बुधवार को कमला के जल स्तर तेजी से घट-बढ़ रहा था, लेकिन नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश होने से लगातर मूसलाधार बारिश के कारण कमला नदी की जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गुरुवार को सुबह 7 बजे कमला की जल स्तर वार्निंग लेवल के निशान से 40 सेमी नीचे बह रहा था। जल स्तर और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। कमला की रुद्र रूप को देखते हुए कमला प्रमंडल के अधिकारियों ने कमला की सभी 7 फाटक को खोल दिए हैं।
नेपाली सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल जल अधिग्रहण क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश जारी है। इसे देखते हुए कमला की जल स्तर और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पूर्व में ग्रामीण कमला की भयानक रूप देख चुका है। कमला की बाढ़ से हर साल बॉर्डर क्षेत्रो में व्यापक पैमाने पर क्षति होती है। बता दे कि मौसम विभाग के अनुसार 9 से 14 जुलाई तक नेपाल के तराई इलाके में भारी बारिश की संभावना है, जिस कारण से मधुबनी जिले के सीमावर्ती इलाकों में बढ़ की संभावना बढ़ गयी है।
बता दें पटना, बक्सर और मुंगेर में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है. पटना में पुनपुन नदी के जलस्तर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है. दूसरी ओर पूर्णिया में महानंदा नदी, समस्तीपुर और खगड़िया में बूढ़ी गंडक, मधुबनी में कमला बलान और सीवान में घाघरा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. बुधवार की देर शाम को पश्चिम चंपारण के गंडक बराज से एक लाख 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे को लेकर कई जगहों पर पानी का दबाव बढ़ने लगा है. भैसहिया तथा सेमरा लबेदहा गंडक दियारा में कटाव तेज हो गया है.
वहीं बाढ़ के खतरे को देखते हुए बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट बताया कि जिस 2 जुलाई तक नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षापात के पूर्वानुमानों के मद्देनजर विभाग के इंजीनियरों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. कहीं तटबंध को खतरा दिख रहा हो, तो आप भी विभाग के टॉल फ्री नं. 1883456145 पर या ट्विटर पर #HelloWRD के साथ सूचना दे सकते हैं.