सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना समेत पूरा सूबा बुरी तरह से कोरोना की चपेट में आ चूका है.आम हो या खास कोई भी तबका संक्रमण से अछूता नहीं रह गया है. डॉक्टर, पुलिसकर्मी, नेता और अधिकारी सभी कोरोना संक्रमण के शिकार होते जा रहे हैं. मुख्यमंत्री आवास भी नहीं बचा है. पूरे प्रदेश में बेतहाशा कोरोना का संक्रमण हो रहा है. बढ़ते संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
अब सचिवालय और अन्य संलग्न कार्यालय भवनों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.इसे लेकर एक आदेश जारी किया गया है.इस आदेश के अनुसार राज्य में कोविड-19 वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अब सचिवालय एंव संलग्न कार्यालय भवनों में आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगाया जाता है. सभी सचिवालीय भवनों में बाहर से आए आगंतुकों को प्रवेश के लिए जिस पदाधिकारी से मिलना हो, उसकी दूरभाष पर पूर्व में प्राप्त अनुमति से गेट पास निर्गत करने पर ही उन्हें प्रवेश दिया जायेगा.
बिहार में अब तक का सबसे बड़ा कोरोना विस्फोट हुआ है. एक साथ 749 संक्रमण के मामलों की पुष्टि हुई है. जिसके साथ राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 13000 के पार चली गई है. राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर के 13274 पहुंच गई है.स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी अपडेट के मुताबिक 1 दिन में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. जिसमें 749 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. सबसे ज्यादा नए मामले बिहार की राजधानी पटना में सामने आए हैं. जहां एक साथ एक वक्त में 235 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है. बिहार की बात करें तो बिहार के बेगूसराय में 67, भागलपुर में 50, गोपालगंज में 61, मुंगेर में 24, नवादा में 36 , सिवान में 20 मामले सामने मिले हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी अपडेट में बिहार के 38 में 37 जिलों में संक्रमण बेकाबू रफ्तार से बढ़ता नजर आ रहा है.