मुख्यमंत्री योगी ने बुन्देलखण्ड में हर घर नल योजना का किया शुभारम्भ
सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: बुन्देलखण्डवासियों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनपद झांसी के मोठ के ग्राम मुराटा में ‘हर घर नल’ योजना का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन, उत्तर प्रदेश (हर-घर-जल) के अन्तर्गत प्रथम चरण में बुन्देलखण्ड में 2,185 करोड़ की 12 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं के निर्माण कार्यों का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और देश की एकता-अखण्डता के लिए सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए जवानों को नमन करते हुए अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झांसी में पाइप पेयजल योजना का शिलान्यास किया था। आज हम पहले चरण के तीन जनपदों में पाइप पेयजल का कार्य प्रारम्भ करने जा रहे हैं। दो वर्ष के अन्दर यहां के हर ग्राम पंचायत में नल से पानी पहुंचेगा। बुन्देलखण्ड की प्यास बुझाने का काम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड की आजादी के बाद से ही उपेक्षा की गई। राजनीतिक नेतृत्व ने यहां ध्यान नहीं दिया। अगर ध्यान दिया होता तो बुन्देलखण्ड गरीबी, सूखा या पलायन की मार नहीं झेलता। हम कोरोना संकट में भी समाधान का रास्ता निकालने आये हैं। हर घर नल की योजना को साकार करना है और इसको धरातल पर उतारने के लिए पिछले डेढ़ सालों से जो कवायद, कार्ययोजना चल रही थी, आज वह धरती पर उतर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुन्देलखण्ड के विकास को लेकर बेहद गम्भीर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में भारत के हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वाली योजना का ऐलान किया था। इस योजना का नाम ‘हर घर जल’ रखा गया था। इसी योजना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य स्तर पर संचालित ‘जल जीवन मिशन’ से जोड़ने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी ने हर घर तक नल से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।खासतौर से उन्होंने इस क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या को देखते हुए योजना को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। इसी के तहत यहां के हर घल को नल से जोड़ने का काम किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार के इस कदम से बुन्देलखण्ड, विंध्याचल, इंसेफेलाइटिस प्रभावित क्षेत्रों और आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की योजना की शुरुआत होगी। पहले चरण में बुन्देलखण्ड और विंध्य क्षेत्र के लिए 2,185 करोड़ की परियोजना की शुरुआत हुई है। योजना के तहत महोबा, ललितपुर और झांसी की 14 लाख की आबादी तक नल का जल पहुंचेगा। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के हर गांव के हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे इसके लिए चयनित कंसल्टेंट द्वारा 43 विभिन्न परियोजनाओं माध्यम से डीपीआर बनवाया गया। अब इस डीपीआर को कागज से धरातल पर उतारने की कवायद हो रही है। बुन्देलखण्ड में ‘हर घर नल’ योजना की अनुमानित लगात 10,131.92 करोड़ रुपये है। इस परियोजना से बुन्देलखण्ड के 67 लाख लोग लाभान्वित होंगे।
पहले चरण में महोबा, ललितपुर और झांसी की आबादी को पानी मिलेगा। अगले दो साल में विंध्य क्षेत्र में हर घर तक पानी पहुंचने लगेगा। बुन्देलखण्ड के ललितपुर, झांसी व महोबा की 770 ग्राम पंचायतों में सबसे पहले इस योजना में पानी देने की योजना तैयार की गई है। दरअसल बुन्देलखण्ड, विंध्य क्षेत्र के साथ इंसेफलाइटिस प्रभावित क्षेत्रों और आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बुन्देलखण्ड में हर घर में नल से जल पहुंचाने की व्यवस्था की जाए, जिससे कोई भी प्यासा न रहे।