सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में विधान सभा चुनाव को लेकर एक तरफ सरगर्मी बढ़ गई है दूसरी तरफ राज्य के युवाओं ने चुनाव आयोग से एक अजीबो-गरीब मांग कर दी है. छात्रों का कहना है कि जब कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिना एग्जाम के छात्रों को प्रमोट किया जा सकता है तो फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वगैर चुनाव के गले पांच साल के लिए क्यों मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता? इसी तरह की मांग लेकर आज पटना के युवाओं ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है.
वगैर चुनाव कराये नीतीश कुमार को अगले पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बनाये जाने की मांग लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के दफ्तर ज्ञापन देने पहुंचे ये युवा किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं. इनकी मांग है कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए विधानसभा चुनाव को स्थगित कर देनी चाहिए और नीतीश सरकार को उनके परफॉरमेंस के आधार पर अगले पांच साल के लिए उन्हें बतौर मुख्यमंत्री प्रमोट कर देना चाहिए. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे गए एक ज्ञापन में लिखा गया है कि जब सीबीएसई ओर आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को पूरा कराए बगैर छात्रों को प्रमोट किया जा सकता है तो क्यों ना नीतीश कुमार को अगले 5 साल के लिए प्रमोट करते हुए मुख्यमंत्री बना दिया जाए. इन युवाओं ने अपनी इस मांग के पीछे नीतीश कुमार के शासनकाल में पिछले 15 सालों के अंदर किए गए काम को आधार बताया है.
युवाओं का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधानसभा चुनाव स्थगित कराए जाने चाहिए. उनका कहना है कि अगर कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल कॉलेज बंद है परीक्षाएं नहीं ली जा रही हैं तो ऐसे में मतदाताओं को चुनाव में शामिल होने के लिए बाध्य क्यों किया जाए.अब सवाल ये उठता है कि क्या बिहार के युवा नीतीश कुमार को सबसे बेहतर मुख्यमंत्री मानते हैं?क्या उन्हें लगता है कि चुनाव कराये जाने से बिहार को बेहतर विकल्प नहीं मिल पायेगा?