प्रमोद मिश्रा की शहादत की खबर ने कोयलांचल को किया गमगीन
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: 17 आसाम राइफल में वारंट ऑफीसर के पद पर नियुक्त प्रमोद कुमार मिश्रा की शहादत ने पूरे कोयलांचल को गमगीन कर दिया है। उनसे जुड़ी हजारों यादें आज भी जिले के कोलवरी क्षेत्र में लोगों के दिलों में कैद है। जिले के भुरकुंडा और सयाल कोलियरी क्षेत्र में न सिर्फ उनका बचपन गुजरा, बल्कि उनकी शिक्षा दीक्षा भी यहीं से पूरी हुई। जब उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ लाया गया, तो सयाल और भुरकुंडा के सैकड़ों लोगों ने उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रमोद कुमार मिश्रा ने अदम्य साहस का परिचय अपनी ड्यूटी के दौरान दिया। देश की रक्षा के लिए उन्होंने अपनी जान न्योछावर की। 20 जून को जब वे शहीद हुए थे तभी इसकी खबर सयाल और भुरकुंडा के लोगों को हो गई थी। शहीद प्रमोद मिश्रा के भाई विनोद कुमार मिश्रा सयाल कोलियरी क्षेत्र में ही सीसीएल में कार्यरत हैं।
शोक संतप्त परिवार को ढाढस बंधाने के लिए सैकड़ों लोगों का तांता उनके घर पर लग गया। 21 जून को उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ उनके आवास एदलहातू, रांची लाया गया। सारे विधि विधान समाप्त होने के पश्चात सेना के जवानों ने पुनः उनको तिरंगे में लिपटा कर गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी। पूरे सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को रांची के हरमू स्थित मुक्ति धाम ले गए। वहाँ पर सेना के जवानों ने पुनः अपने विधी विधानों के साथ फायरिंग कर उनको सलामी दी। बताते चलें कि जब उनका पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान से निकला, तो लोगों ने बंदे मातरम के साथ उनपर पुष्प वर्षा की। शहीद प्रमोद कुमार मिश्र की शिक्षा दीक्षा कोलियरी क्षेत्र में ही पूरी हुई थी। उन्होंने सयाल के ही मध्य विद्यालय एवं उच्च विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की थी। जेएम काॅलेज भुरकुंडा से उन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की थी। उनकि शाहादत कि खबर मिलते ही सयाल से कई लोग रांची उनके आवास पंहुचे एवं श्रद्धांजलि दी।