सिटी पोस्ट लाइव : पुलिस का काम लापता लोगों को खोजना है.लेकिन जब पुलिसवाले ही लापता होने लगे तो कौन खोजेगा.उन्हें भी बिहार पुलिस ही खोज रही है. दरअसल, बिहार पुलिस के एक नहीं पांच पांच पुलिसवाले लापता हैं. ये सभी डीएसपी रैंक के अधिकारी हैं. ये 5 डीएसपी का लंबे समय से कहाँ हैं किसी को नहीं पता. पांचों अधिकारियों ने अब तक पुलिस उपाधीक्षक के पद पर योगदान नहीं दिया है. अब गृह विभाग ने पत्र जारी कर 15 जुलाई 2020 का योगदान नहीं करने पर नियुक्ति निरस्त करने की चेतावनी दे दी है.
गृह विभाग ने अपने पत्र में कहा है कि 56 वीं से 59 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर बिहार पुलिस सेवा में पुलिस उपाधीक्षक के पद पर योगदान समर्पित करने को लेकर पत्र दिया गया था. बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा की गई अनुशंसा के आलोक में 17 दिसंबर 2018 द्वारा बिहार पुलिस सेवा में पुलिस उपाधीक्षक के पद पर औपबंधिक तौर पर परीक्ष्यमान रूप से नियुक्त किए जाने के बाद अब तक योगदान नहीं समर्पित किया गया.
गृह विभाग का कहना है कि ये अंतिम चेतावनी है.अगर ये लापता डीएसपी 15 जुलाई तक योगदान नहीं देते हैं तो उनकी नियुक्ति रद्द कर दी जायेगी.जिन पांच डीएसपी को गृह विभाग की तरफ से चेतावनी पत्र जारी किया गया है उनके नाम हैं- अभय कुमार सिंह, विष्णु शंकर पांडेय, अमरकांत, मनीष कुमार और सद्दाम हुसैन शामिल हैं.अब देखना ये है कि ये डीएसपी इस आखिरी मौके का फायदा उठाते हैं या फिर नौकरी छोड़ देने का मन बना चुके हैं.