सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को वर्चुअल रैली के तहत नालंदा के पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की.उन्होंने लोगों से अपील किया कि कोरोना से डरना नहीं है सतर्क रहना है. उन्होंने कहा कि खुद भी जागरुक रहें और दूसरों को भी जागरुक करें.मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कई मीटिंग में बातचीत की है. एक बात के लिए सतर्क करना चाहूंगा कि अब लॉकडाउन नहीं है. लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है इसलिए खुद अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें. मास्क जरूर पहनें, सफाई का ध्यान रखें .बेवजह घर से बाहर ना निकलें. खुद भी जागरुक रहें और लोगों को जागरुक करें.
मुख्यमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे कामों की जानकारी दी. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हम सब काम कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग तरह-तरह की बातें कर रहें हैं. कोरोना संकट काल में भी सब लोग संतुष्ट थे. लेकिन कुछ लोग दुष्प्रचार करने में लगे हुए थे. बिहार में जिस तरह से क्वॉरन्टीन सेंटर चलाए गए वह पूरे देश के लिए आदर्श है.
नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव तो अपने समय पर होगा. लेकिन कोरोना की वजह से पहले जिस तरह की रैली होती थी वह हो पाएगी या नहीं यह समय और इलेक्शन कमीशन ही तय करेगा. लेकिन हमलोगों को तैयार रहना है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपना 90 प्रतिशत समय पॉजिटिव काम में लगाएं और 10 प्रतिशत समय में जो बेवजह हम पर अटैक करते हैं उसकी सच्चाई सबको बताएं.सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने आज तक जो भी काम किया, सकारात्मक काम किया. समाज में प्रेम और सद्भाव का माहौल कायम किया. कुछ लोगों को काम करने का मौका मिला तो उन्होंने केवल खुद के लिए काम किया. हमने 2005 से लोगों के लिए काम किया क्योंकि सेवा ही हमारा धर्म है. लोगों ने 15 साल राज किया लेकिन कभी काम नहीं किया. इतनी आपदाएं आईं लेकिन कभी जनता के लिए कुछ नहीं किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग हमारे खिलाफ बोलते हैं क्योंकि उन्हें चिढ़ है कि अब उन्हें उल्टा-पुल्टा काम करने को नहीं मिल पाता है. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें इस बात से चिढ़ है कि हमने शराब बंदी लागू की है. कुछ लोगों को बहुत बुरा लग रहा है. इसलिए वे अनाप शनाप बोलते हैं और दुष्प्रचार करते हैं. ऐसे में युवा वोटर्स को पहले और अब की स्थिति में फर्क बताना है. वहीं कुछ लोग हैं जो बोलते हैं कि सरकार काम नहीं करती है वह खुद बताएं कि उनके राज में कितना काम हुआ था.