सिटीपोस्टलाईव:बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान की शुरुवात की. इस अभियान के तहत अमित शाह सबसे पहले पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग से मिले. इसके बाद वे संविधान विशेषज्ञ और भूतपूर्व लोकसभा सेक्रेटरी जनरल सुभाष कश्यप से भी मिले. अभियान का मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की जनोपयोगी कार्यों के प्रति देश में जागरूकता पैदा करना और जनता का समर्थन हासिल करना है.लेकिन बीजेपी अध्यक्ष और पूर्व सेना प्रमुख दलबीर सिंह की मुलाकात के बाद से यह सवाल उठ रहे हैं की क्या एक और पूर्व सेना अध्यक्ष बीजेपी में शामिल होंगे ? असल में इन अटकलों की एक वजह यह भी हैं की मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री का पद पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह संभाल रहे हैं.
इस दौरान अमित शाह और दलबीर सुहाग की जिस गर्मजोशी से मुलाकात हुई, उसके बाद से कई तरही अटकलें शुरू हो गईं. सवाल उठ रहे हैं कि क्या दलबीर सिंह सुहाग भी 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होकर इसी पार्टी के टिकट पर भाग्य आजमा सकते हैं? हालांकि बीजेपी की ओर से इस संबंध में साफ़ कहा गया है कि फिलहाल ऐसी कोई बात नहीं है.पार्टी नेताओं का कहना है कि यह एक केवल एक अभियान के तहत मुलाकात थी. मौजूदा वक्त में 2019 का लोकसभा चुनाव भी नजदीक है, इसी बीच अमित शाह और दलबीर सिंह सुहाग की मुलाकात के साथ ही अटकलें शुरू हो गई हैं.
गौरतलब है कि 31 मई 2012 को जनरल वीके सिंह सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए थे और साल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वो बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद गाजियाबाद सीट से सांसद बनने के बाद वे मोदी कैबिनेट का हिस्सा भी हैं.