सिटी पोस्ट लाइव : बच्चो के मौत का काल बन चुकी चमकी बुखार (एईएस) और जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) से पीड़ित रोगियों के लिए देश का पहला 102 बेड का पीआईसीयू सह शोध संस्थान एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में आज जिलावासियों को समर्पित हो गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑनलाइन इसका उद्घाटन किया. अब मुज़फ़्फ़रपुर के साथ साथ कई जिलों के मरीजों को इलाज के साथ रिसर्च की सुविधा भी मिल सकेगी। 72 करोड़ की लागत से बना देश का पहला एक सौ बेड के पीकू (शिशु गहन चिकित्सा यूनिट) और 60 बेड का इंसेफ्लाइटिस वार्ड है जिसका उद्घाटन आज 6 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है।
अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए 10 ट्राइएज बेड, 90 पीकू बेड व दो आइसोलेशन बेड लगाए गए हैं. पूर्णतः वातानुकुलित पीकू अस्पताल को भी एक एजेंसी बीएमएसआईसीएल ने रिकॉर्ड आठ महीने में पूरा किया है। इस नवनिर्मित अस्पताल में कुल 102 बेड बनाये गए हैं, जिसमें गंभीर मरीजों के लिए 10 ट्राइएज बेड, 90 पीकू बेड एवं दो आइसोलेशन बेड शामिल हैं। पीकू के सभी बेड पर पाइपलाईन के माध्यम से आक्सीजन की व्यवस्था की गई है।
नवनिर्मित पीकू PICU अस्पताल में मरीजों का इलाज आधुनिक तरीके से हो इसके लिए 20 वेंटिलेटर, 102 कार्डियक मानिटर, 21 रेडियंट वार्मर, 90 सीरिंज पम्प, 51 नेवोलाईजर, 02 डिफिब्रीलेटर, 102 इन्फ्यूजन पम्प, 21 पोर्टेबल सक्शन, 51 पेडिएट्रिक्स लेरिंजोस्कोप, 08 प्रोसड्यूरोलाईट, 34 अम्बू बैग, 15 ब्रेस्ट पम्प, सीबीसी मशीन एवं फुल्ली आटोबायोकेमेस्ट्री एनालाईजर इत्यादि का लगाया गया है। रोगियों के परिजनों के लिए 50 बेड के धर्मशाला का भी प्रावधान लाकर के साथ किया गया है।अब पीकू के सभी बेड पर कैमरा लगाया गया है,जिससे कि मरीज के भी परिजन रोगियों को धर्मशाला से लाइव देख सकेंगे। आपको बता दें कि पिछले वर्ष एईएस से सैकड़ों बच्चों की मौत के बाद से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस अस्पताल के बनाने की घोषणा की थी जो आज पूरा हो गया।
मुज़फ्फरपुर से विशाल कुमार की रिपोर्ट