सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने बड़ा दावा कर दिया है.उन्होंने दावा किया है कि 10 दिनों के अंदर सभी जिलों में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी. राज्य में आइसोलेशन बेडों की संख्या 40 हजार होगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में लगातार कोरोना के संभावित मरीजों की जांच की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वर्तमान में लगभग पांच हजार जांच करने की क्षमता विकसित हो गई है. अभी वर्तमान में आरटीपीसीआर मशीन से चार हजार मरीजों की जांच हो रही है तथा शेष जांच सीवी नेट मशीन और ट्रू नेट मशीन के द्वारा राज्य के 26 केंद्रों पर की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी जिलों में जांच की व्यवस्था करनी है.प्रधान सचिव की उपस्थिति में उच्चस्तरीय बैठक कर यह सुनिश्चित किया गया है कि 15 जून तक राज्य के सभी जिलों में जांच शुरू हो जाएगी.उन्होंने कहा कि दस हजार जांच की क्षमता के लक्ष्य को 20 जून तक प्राप्त कर लिया जाएगा. इसे हेतु राज्य में सीवी नेट मशीन के अतिरिक्त कार्टेज भी मंगाए गए हैं. एक कोबास मशीन, जिसकी क्षमता प्रतिदिन एक हजार से अधिक जांच करने की है, वह आ चुका है. दो आरएनए एक्सट्रैक्टर मशीन का अधिष्ठापन पटना के आरएमआरआई एवं आईजीआईएमएस में कर दिया गया है. साथ ही एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर के लिए एक अतिरिक्त ऑटोमेटेड आरएनए एक्सट्रैक्टर एवं आरटीपीसीआर मशीन भेजी जा रही है, जो अगले एक सप्ताह में काम करने लगेगी.
मंगल पांडेय ने बताया कि इसके अलावे राज्य में 35 ट्रू नेट मशीन अधिष्ठापित किए जा चुके हैं. 22 मशीनें अधिष्ठापित की रही हैं.30 और ट्रू नेट मशीन 15 जून तक राज्य के विभिन्न जिलों में अधिष्ठापित कर दिए जाएंगे. इस प्रकार कुल 87 ट्रू नेट मशीन राज्य में काम करने लगेंगे. साथ ही अन्य स्त्रोतों से प्राप्त होने वाले अतिरिक्त और 20 ट्रू नेट मशीन भी विभिन्न संस्थानों में अधिष्ठापित किए जाएंगे.