दियारा का आतंक और जांबाज दरोगा आशीष सिंह का हत्यारा, एसटीएफ के मुठभेड़ में हुआ ढ़ेर

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : लंबे समय समय से कोसी में आतंक का पर्याय बन अपराध सरगना दिनेश मुनि को आखिरकार एसटीएफ ने मार गिराया है। गौरतलब है कि खगड़िया जिले के पसराहा थाना के दिलेर और जांबाज थानाध्यक्ष आशीष सिंह की हत्या, कुख्यात दिनेश मुनि ने कर दी थी, जिसका हिसाब एसटीएफ ने मुठभेड़ में उसे मार गिराकर चुकता कर दिया है। जानकारी के मुताबिक मौके से दो कार्बाइन भी बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान, उसके तीन 3 साथी भागने में कामयाब रहे हैं। गौरतलब है कि 2018 के 13 अक्टूबर की रात में खगड़िया जिले के पसराहा थाने के दिलेर थानाध्यक्ष आशीष सिंह ने जब कुख्यात दिनेश मुनि को पकड़ने के दियारा क्षेत्र में उसकी घेराबंदी कर ली थी और दिनेश मुनि गिरोह के साथ उनकी मुठभेड़ हुई थी । लेकिन अंधेरे में हुए मुठभेड़ में दिनेश मुनि गिरोह ने दरोगा आशीष सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी । बुधवार की रात में पुलिस ने अपना बदला पूरा कर लिया है । दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है ।दिवंगत शहीद आशीष सिंह सहरसा जिले के सरोजा गाँव के रहने वाले थे।

कैसे हुआ यह इनकाउंटर ?

हत्या सहित संगीन अपराधों के दर्जनों मुकदमों का अभियुक्त दिनेश मुनि दियारा के जरायम पेशा की दुनिया का बेताज बादशाह था । खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष सिंह के शहीद होने बाद दियारा के इलाके में उसकी और भी तूती बोलने लगी थी । अपने थानाध्यक्ष की मौत का बदला लेने के लिए पुलिस की टीम, विगत दो वर्षों से बेचैन थी । इसको लेकर,कई दफा दियारा के इलाकों में वेश बदलकर, पुलिस की टीम डेरा डाल चुकी थी लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी थी । लेकिन इस दफा पुलिस ने अपने दिलेर साथी की हत्या का बदला ले लिया है ।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले 1 सप्ताह से लगातार वेश बदलकर एसटीएफ की टीम दियारा के इलाके में कुख्यात दिनेश मुनि को गिरफ्त में लेने की फिराक में डेरा डाले हुई थी । सूत्रों की माने तो दियारा के इलाके में मक्के के खेत में कुख्यात दिनेश छिपा रहता था । लेकिन बुधवार की रात रात वह शराब पीने के लिए अपनी मांद से बाहर आया । फिर क्या था 7 कई दिनों से उसकी ताक में बैठी एसटीएफ की टीम ने उसे ललकारा ।आदतन पुलिस टीम पर फायर झोंकने के आदी रहे, कुख्यात दिनेश मुनि ने पहले ही की तरह पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी । लेकिन इस दफा उसकी चाल उल्टी और आखिरी पड़ गयी ।

एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में,कई गोलियां दिनेश के जिश्म को छलनी कर दिया ।कुख्यात दिनेश मुनि मौके पर ही मारा गया । जबकि उसके 3 साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे । कुख्यात दिनेश मुनि के मारे जाने पर भी पुलिस तकरीबन 2 घंटे तक,जबाबी हमले का इंतजार करते रही । आज सुबह उसकी पहचान की गई तो पता चला कि यह पुलिस के दिलेर अफसर आशीष सिंह का हत्यारा कुख्यात दिनेश मुनि ही है। ज्ञात हो कि 13 अक्टूबर की देर रात पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार कुख्यात अपराधी और दियारा के आतंक दिनेश मुनी की गिरफ्तारी के लिए बिहपुर के दुधेला दियारा पहुंच थे । वहां दिनेश मुनी के छुपे होने की सूचना थी । इस कार्रवाई में दिनेश मुनी और उसके गिरोह के सदस्यों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी ।

इस दौरान पुलिस एवं अपराधियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई जिसमें पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह को सीने एवं पेट में गोली लग गई थी । इससे वे मौके पर ही शहीद हो गए थे । इस मुठभेड़ में सिपाही दुर्गेश यादव को भी गोली लगी थी । पुलिस ने भी मुठभेड़ के दौरान एक अपराधी श्रवण यादव को मार गिराया था । घटना के संबंध में बिहपुर थाना में कांड संख्या 402/18 दर्ज किया गया था । कांड दर्ज होने के बाद खगड़ियाऔर नवगछिया पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर पसराहा से दिनेश मुनी गिरोह के सक्रिय सदस्य मिथुन कुमार दास को गिरफ्तार किया था । बीती रात अमर शहीद को एसटीएफ ने दिनेश मुनि को मार गिराकर, सच्ची श्रद्धांजलि दी दी है । शहीद आशीष सिंह के परिजनों के साथ-साथ पूरे इलाके में बेहद हर्ष व्याप्त है ।

सिटी पोस्ट के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की स्पेशल रिपोर्ट

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