अब जन-सहयोग से अपराध नियंत्रण करेगी बिहार पुलिस, जानिए क्या है माजरा?

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार पुलिस अपराध नियंत्रण के लिए एक अलग तरीका अपनाने जा रही है. अब बिहार पुलिस आम लोगों की सूचना के जरिये अपराधियों पर लगाम कसेगी. बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक बार फिर सभी जोन के IG, DIG समेत सभी जिले के SP, DSP के साथ साथ सभी थाना के SHO को निर्देश जारी किया है. इसके तहत पूर्व से संचालित साइबर सेनानी ग्रुप (Cyber senani group) में सदस्यों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ नए साइबर सेनानी ग्रुप बनाने का आदेश जारी कर दिया है.

गौरतलब है कि साइबर सेनानी ग्रुप व्हाट्सएप के माध्यम से चलने वाले इस ग्रुप का गठन बिहार में अगस्त 2018 में किया गया था. इस ग्रुप के जरिए पुलिस और पब्लिक के बीच के डिस्टेंस को कम करने की कवायद की गई थी. पहले चरण में साइबर सेनानी ग्रुप को तीन स्तर पर बनाया गया था. जिला स्तर पर एसपी. सब डिवीजन स्तर पर एसडीपीओ और थाना स्तर पर थानेदार साइबर सेनानी ग्रुप को चला रहे हैं.डीजीपी के आदेश पर सिपाहियों और महिलाओं के लिए अलग से साइबर सेनानी ग्रुप बनाया जाएगा. इसके लिए आर्थिक अपराध शाखा की तरफ से एक दिशा निर्देश भी तमाम जिलों के पुलिस कप्तानों को जारी कर दिया गया है. आर्थिक अपराध शाखा और स्पेंशल ब्रांच के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार खुद मोर्चा संभाल रहे हैं.

EOU के ADG जितेंद्र सिंह गंगवार के अनुसार सिपाहियों और महिलाओं के लिए अलग-अलग साइबर सेनानी ग्रुप बनाये जा रहे हैं.  इन ग्रुप को समय समय पर मैसेज के जरिए इस बात को लेकर जागरूक किया जाएगा कि वो कैसे अपने आपको और अपने आसपास के लोगों को साइबर अपराध समेत अन्य आपराधिक घटनाओं से कैसे बचा सकते हैं.साथ ही साथ अगर कोई घटना उनके जानकारी में घटी है, और अगर वो उसके बाबत कुछ जानते हैं, जैसे इसके पीछे कौन है, इसकी जानकारी वो इस ग्रुप में साझा कर सकते हैं या गुप्त तरीके से आर्थिक अपराध इकाई में आकर मुझसे साझा कर सकते है. उनका नाम और पहचान गुप्त रखा जाएगा.

इतना ही नहीं ADG जी एस गंगवार यह भी बताते हैं कि सेनानी ग्रुप बनाने के लिए ये लेवल 2 की प्रक्रिया है. इसी प्रक्रिया के तहत बीएमपी जवानों के लिए भी अलग से साइबर सेनानी ग्रुप बनाया जा रहा है. एक-एक कर सभी जवानों को इस ग्रुप से जोड़ा जाएगा और उन्हें भी हर चीजों से जागरूक किया जाएगा.यहां यह भी जानना बेहद अहम है कि फिलहाल पूरे राज्य में 1100 से अधिक साइबर सेनानी ग्रुप संचालित हैं और एक लाख 30 हजार से अधिक सक्रिय सदस्य इन समूहों में शामिल हैं.

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