सिटी पोस्ट लाइव : अभीतक बिहार में 8 लाख प्रवासी मजदूर वापस आ चुके हैं.सभी को क्वारेंटीन सेंटर में रखा गया है.लेकिन 1 जून से कई नयी ट्रेनों के परिचालन शुरू होने के बाद आनेवाले मजदूरों की संख्या में कई गुना इजाफा हो सकता है. बिहार सरकार देश के 11 शहरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को ही अब क्वारेंटीन सेंटर में रखे जाने का फैसला लिया है.जो प्रवासी मजदूर सूरत, अहमदाबाद, मुंबई,पुणे, दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा, कोलकाता, गुरुग्राम और बेंगलूरू से बिहार लौटेंगे उन्हें ही क्वारेंटीन सेंटर में रखा जाएगा बाकी मजदूर होम क्वारेंटीन होगें.
ये वैसे देश के ऐसे शहर हैं जहां कोरोना का फैलाव सबसे अधिक है.लेकिन सरकार ने फैसले के मुताबिक अगर डीएम चाहें तो कुछ अन्य शहरों को भी इस लिस्ट में जोड़ सकते हैं.इन 11 शहरों के अवाला अन्य शहरों से आए प्रवासियों को प्रखंड मुख्यालयों में रजिस्ट्रेशन करने के बाद घर भेज दिया जाएगा.सरकार ने कहा है कि इस फैसले पर जल्द से जल्द अमल किया जाए. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने इस बाबत सभी जिलों के डीएम और एसएसपी को पत्र भेजा है.
दरअसल, पहले से ही 8 लाख मजदूर क्वारेंटीन सेंटर में रह रहे हैं. अगर और भी आ जाते हैं, तो उन्हें रखने के लिए व्यवस्था नहीं है.एहतियात के तौर पर अब उन्हीं मजदूरों को क्वारेंटीन सेंटर में रखे जाने का फैसला लिया गया है, जिनके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है.गौरतलब है कि अबतक लगभग 12 00 प्रवासी मजदूर संक्रमित मिल चुके हैं.