सिटी पोस्ट लाइव : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित आत्मनिर्भर भारत पैकेज में स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा खयाल रखा गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था को पैकेज देकर केंद्र सरकार जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के प्रति संकल्पित है। नेशनल हेल्थ पाॅलिसी के प्रावधान के अनुसार जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) 1.15 फीसदी की जगह 2.5 फीसदी राशि स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं कोरोना से संबंधित आवश्यक सामग्रियों के लिए केंद ने अब तक 3750 करोड़ खर्च रूपये किए हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य सभी जिला अस्पताल में संक्रामक रोगों के लिए एक अलग ब्लाॅक बनाना है। इसके अलावा सभी जिलों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला को एकीकृत कर देश कीे सभी प्रयोगशालाओं पर निगरानी नेटवर्क मजबूत करना है। साथ ही हर जिले में प्रखंड स्तर पर टेस्टिंग लैब और सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाईयां कोरोना जैसी महामारी का प्रबंधन और निगरानी कर सकते हैं। नेशनल डिजिटल हेल्थ का ब्लुप्रिंट तैयार किया जा रहा है, ताकि टेली मेडिसीन की सुविधा लोगों तक पहुंचायी जा सके। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के सुधारों के लिए आईसीएमआर के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय डिजीटल स्वास्थ्य ब्लू पिं्रट लागू करने पर जोर दिया गया है। कोविड संक्रमण से अगर किसी की मृत्यु होती है, तो उनके परिजन पर बैंक किसी प्रकार का दबाव नहीं बना सकेगा।
श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री की देखरेख में प्रवासी गरीब मजदूरों की ससम्मान वापसी कर उनके स्वास्थ्य और रोजगार की चिंता की जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जांच की क्षमता बढ़ा प्रतिदिन 10 हजार की जाए एवं आवश्यक उपकरण एवं संसाधन तुरंत इंतजाम करें। दूसरी ओर कोविड-19 के योद्धाओं के लिए महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के पटना स्थित वितरक किरण आॅटोमोबाइल ने सोमवार को एक सौ पीपीई किट स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को सुपुर्द किया। इस अवसर पर श्री पांडेय ने कहा कि स्थानीय वितरक द्वारा कोविड अस्पताल नालंदा मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल के लिए यह किट उपलब्ध कराया गया है। मंत्री ने इसके लिए वितरक नितिन कुमार एवं आदित्य राज को धन्यवाद दिया है।