बिहार में कुछ भी हो सकता है.यहाँ दारोगा एसपी की पिटाई कर सकता है.और डिप्टी डायरेक्टर अपने डायरेक्टर को धून सकता है. जी हाँ एक ऐसा ही वाक्य सामने आया है.बिहार म्यूजियम के डायरेक्टर को उनके ही डिप्टी डायरेक्टर जयप्रकाश सिंह ने धून दिया.अगर समय से गार्ड नहीं पहुँचता तो क्या …….
सिटीपोस्टलाईव:बिहार म्यूजियम के निदेशक यूसूफ की रविवार को पिटाई हो गई.उन्हें किसी अपराधी या लफंगे ने नहीं बल्कि उन्ही के म्यूजियम के डिप्टी डायरेक्टर जयप्रकाश सिंह पिट दिया.अपने नीचे के अधिकारी द्वारा पिटे जाने के बाद निदेशक यूसूफ ने सिटीपोस्टलाईव को बताया कि बिहार म्यूजियम से पटना म्यूजियम एक ट्रांसफर फाइल भेंजने को लेकर डिप्टी डायरेक्टर अचानक उनके ऊपर भड़क गए.बुरा भला तो बोला ही साथ ही मेरे चेंबर में ही मेरे गाल पर एक तमाचा जड़ दिया .फिर मेरी कालर पकड़ी और मेरा चश्मा नोंच कर फेंक दिया.
वहां घटना के समय मौजूद लोगों के अनुसार जयप्रकाश सिंह इतने गुस्से में थे कि मारपीट के बाद उन्होंने भौंचक खड़े निदेशक को मारने के लिए लोहे की कुर्सी उठा ली.जबतक वो कुर्सी उनके सर पर दे मारते,वहां बाहर खड़ा गार्ड आ गया और कुर्सी छीन ली.ये सबकुछ सबके सामने हुआ.लेकिन जब सिटीपोस्टलाईव संवाददाता आकाश ने डिप्टी डायरेक्टर जयप्रकाश से उनका पक्ष जानना चाह तो सिरे सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वो तो पटना में हैं ही नहीं.रविवार का दिन है,गावं आ गए हैं.उन्होंने कहा कि जब वो वहां हैं ही नहीं तो मार कैसे सकते हैं.मारपीट की घटना के बाद पुलिस पहुंची.उसने निदेशक यूसूफ से पूछताछ की.लेकिन वहां डिप्टी डायरेक्टर जयप्रकाश नहीं मिले.आखिर माजरा क्या है,जानने के लिए पटना पुलिस म्यूजियम के सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही है.
कला संस्कृति व युवा विभाग के प्रधान सचिव ने कहा की मारपीट की घटना की त्वरित जांच विभाग के अपर सचिव से कराई गई.उनके जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट के आलोक में तत्काल प्रभाव से जयप्रकाश सिंह को म्यूजियम के प्रभार से हटा दिया गया.जांच अभी चल रही है.विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद आगे कारवाई होगी.