पटना जिला में दिनदहाड़े रिटायर्ड दारोगा की हत्या, आपसी रंजिश में हुई हत्या

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सिटी पोस्ट लाइव : लॉक डाउन के बीच एक बड़ी अपराधिक वारदात की खबर पटना जिले से आ रही है. राजधानी पटना से सटे खुसरूपुर थाना क्षेत्र के नूरुद्दीनपुर मुसहरी टोला गांव के समीप मंगलवार की सुबह सरेआम एक रिटायर्ड दारोगा (Retired Sub-Inspector) की हत्या कर दी गई है. आपसी रंजिश में हथियारबंद अपराधियों ने रिटायर्ड दारोगा सुनील सिंह उर्फ सिद्धि सिंह को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया.अपराधियों ने रिटायर्ड दारोगा सुनील सिंह को एक के बाद एक कर छह गोलियां दागी जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई.

परिजनों और ग्रामीणों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है.हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस सघन छापेमारी अभियान में जुट गई है. बताया जाता है कि नूरुद्दीनपुर गांव निवासी रिटायर्ड दरोगा सुनील सिर्फ उर्फ सिद्धि सिंह जो हाल ही में 2 माह पूर्व रांची के बरियातू थाने से दारोगा पद से सेवानिवृत्त हुए थे, पशु का चारा लाने बाजार जा रहे थे, इसी दौरान पहले से घात लगाए गांव के ही सुरेश सिंह और उनके समर्थकों ने उनपर अचानक से हमला बोल दिया और उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.

गांव में 6 माह पूर्व आरोपी सुरेश सिंह के पुत्र की हत्या हो गई थी, जिस मामले में दारोगा सुनील सिंह उर्फ सिद्धि सिंह भी आरोपी बनाए गए थे. इसी आक्रोश में सुरेश सिंह और उनके समर्थकों ने रिटायर्ड दरोगा की हत्या कर दी है. हालांकि पूरे मामले पर पूछे जाने पर मृतक के परिजनों ने बताया कि उस हत्या मामले से सुनील सिंह का कुछ भी लेना देना नहीं था. परिजनों का कहना था कि एक साजिश के तहत उन्हें उस मामले में फंसा दिया गया था.

रिटायर्ड दारोगा के परिजनों ने सुरेश सिंह और उनके समर्थकों पर हत्या का आरोप दोहराते हुए पुलिस प्रशासन से उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. घटना के बाद फरार हुए आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस सघन छापेमारी अभियान में जुटी है. घटना के बाद से पूरे गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है.

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