कोरोना को लेकर सरकार सजग, संक्रमण रोकने, प्रवासियों के लिए मुक्कमल व्यवस्था
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से सजग है. राज्य में कोरोना के रोकथाम को लेकर दिन रात काम किया जा रहा है. राज्य के सूचना सचिव अनुमप कुमार ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मीडियाकर्मियों को कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से उत्पन्न हालात के बाद सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. सूचना एवम् जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं उससे उत्पन्न हालात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समीक्षा कर रहे हैं. अभी की स्थिति को देखते हुए सरकार ने एक ठोस व्यवस्था बनाई है.
सरकार इस बात को बखूबी समझती है कि बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों के लिए अगर क्वारांटिन सेंटर में रखने की व्यवस्था नहीं की गई होती तो स्थिति कितनी भयावह हो सकती थी.उन्होंने कहा कि दो दिन पहले क्वारंटाईन सेंटर पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने लोगों से बातचीत की और वे भी कोरोना पॉजिटिव हो गए. अगर बाहर से आने वाले लोग क्वारंटाईन सेंटर की जगह सीधे अपने गांव चले गए होते तो वे अपने परिवार और गांव के दूसरे कई लोगों को भी संक्रमित कर सकते थे. सरकार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाईन में रखने की व्यवस्था की. इसलिए यह जरुरी है कि लोग सरकार के दिशा निर्देश एवं एडवाईजरी का पालन करें. इससे कोरोना संक्रमण को कंटेन किया जा सकता है.
अनुपम कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में बाहर से प्रवासी लोगों के आने की संख्या लगातार बढ़ रही है. लोग ट्रेन, बस, एवम् अपने वाहन से भी आ रहे हैं. ऐसे में सरकार ने उनके क्वारंटाईन के लिए पुख्ता व्यवस्था की है. क्वारंटाईन सेंटर में आ रहे लोगों की टेस्टिंग भी की जा रही है. मुख्यमंत्री ने भी इसको लेकर निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द बाहर से इच्छुक लोगों को वापस ले आया जाए. इसमें जितना विलंब होगा संक्रमण फैलने की संभावना और बढ़ेगी.
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में 158 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं जिसका लाभ 74 हजार लोग उठा रहे हैं.ब्लाक स्तर पर 5162 क्वारेंटाईन सेंटर में 2 लाख 70 हजार 2 सौ 94 लोग आवासित हैं. वहीं आजतक 195 ट्रेनों से 2 लाख 46 हजार 1 सौ 60 प्रवासी श्रमिकों को वापस लाया गया है. आज 36 ट्रेनें प्रवासी लोगों को लेकर बिहार आ रही है. शनिवार को प्रवासी लोगों को लेकर 40 ट्रेनें आएंगी. बिहार में लोगों के आवाजाही के लिए तीन ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. कैमूर से कटिहार, कैमूर से मुजफ्फरपुर एवं कैमूर से अररिया के लिए ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में कोरोना पाजिटिव केस का आंकड़ा 1010 हो गया है. कोरोना से अब तक कुल 438 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं. बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 42645 जाँच किए जा चुके हैं. 3 मई के बाद जो पॉजिटिव मामले आए हैं, उनकी संख्या है 391 और 3 मई के बाद ही संख्या बढ़ी है.जॉंच की क्षमता बढ़ाने के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग उस दिशा में लगातार कार्य कर रहा है, अगले 24 से 48 घंटे में 3 जगहों पर ट्रू-नेट मशीन से जॉंच का काम शुरु हो जाएगा.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जानकारी देते हुए एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लाँकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है.कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा है उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर पिछले 24 घंटे में अब तक 11 एफआरआई दर्ज किए गए हैं, 44 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1070 वाहन जब्त किए गए है.एडीजी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पुलिसकर्मियों के बचाव के लिए विभाग लगातार कार्य कर रहा है. साफ-सफाई, सेनिटाईजेशन, ट्रेनिंग एवं अन्य जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं. छुट्टी से लौटने वाले पुलिसकर्मियों को ड्यूटी ज्वाईन करने से पहले क्वारंटाईन में रहने का प्रावधान किया गया है.