लालू प्रसाद की रिहाई की मांग, लेफ्ट ने भी राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन.
सिटी पोस्ट लाइव : चारा घोटाला (Fodder Scam) मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद (Lalu Prasad) की रिहाई की मांग एक बार फिर से उठने लगी है. लालू यादव और उनका परिवार तो यह मांग करता ही रहा है लेकिन अब भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य (Deepankar Bhattacharya) ने सीएए विरोधी आंदोलन के नेताओं की रिहाई की मांग कर दी है. उन्होनें राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा है. दीपांकर ने इसके साथ-साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ,महबूबा मुफ्ती, सुधा भारद्वाज ,वरवर राव, आनन्द तेलतुंबड़े, जैसे लोगों के लिये भी रिहाई मांगी है.
दीपंकर का कहना है कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया में जेलों को खाली करने की बात हो रही है तो हमारे यहां जिन राजनीतिक-सामाजिक हस्तियों की उम्र 70 के करीब है इन लोगों को जेल से रिहा कर देना चाहिए. इन लोगों को जेल में बंद रखने का क्या तात्पर्य हो सकता है? सरकार इन बंदियों को तत्काल रिहा करे.दीपांकर ने कहा है कि हमारी पार्टी के साथ राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई, सीपीआईएम सहित 7 राजनीतिक दलों ने विगत दिनों राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं और सीएए विरोधी आंदोलनों के नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा.
दीपंकर ने कहा कि एक तो जिन लोगों को जेल में होना चाहिए, वे बाहर छूटे घूम रहे हैं और दूसरी ओर सफूरा जरगर जैसी गर्वभती महिला को जेल में बंद कर दिया जा रहा है.आज कोरोना संकट को लेकर पूरी दुनिया मे जेलों को खाली करने की बात हो रही है, लेकिन हमारे यहां उल्टा ही हो रहा है. सीएए विरोधी आंदोलन के नेताओ कि सिर्फ रिहाई नहीं बल्कि दीपंकर ने एनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत कुशवाहा सहित बिहार के जेलों में बंद सभी गरीबों को रिहा करने या कम से कम उनको पैरोल देने की मांग की.