इंडियन आयल की पाइप लाइन बिछाए जाने की जानकारी गुप्त होती है.जहां पाइप बिछी है उसके इर्द-गिर्द 60 फुट जमीन कंपनी लीज जाती है. ताकि किस जगह पर पाइपलाइन है किसी को पता न चले. लेकिन,इसके वावजूद गिरोह द्वारा नपे-तुले जगह पर जहां पाइप बिछी होते है खुदाई की जाती है.पेश है बक्सर से रवि पाण्डेय की एक विशेष रिपोर्ट ——
सिटीपोस्टलाईव: बक्सर पुलिस ने एक बड़े मामले का उद्भेदन किया है। पुलिस ने मामले में अनुसंधान के दौरान छापेमरी कर एक ऐसे शातिर गिरोह के मुखिया को धर दबोचा है जो अबतक कई तेल कंपनियों के पाइपलाइन को काटकर तेल चोरी करने के कई बड़े वारदात को अंजाम दे चूका है.इसका नाम संजीव है.यह आरा जिले के अगियांव गाव का रहनेवाला है.इसका गैंग नॉएडा से लेकर बिहार –झारखण्ड में सक्रीय है. अबतक कईबार जेल की हवा खा चूका संजीव तेल चोरी से करोड़ों अरबों की कमाई कर चूका है. संजीव के गिरोह में ऐसे शातिर अपराधी हैं जो पलक झपकते ही पांच फीट जमीं के अन्दर दबे पाइपलाइन को लीक कर लाखों लीटर तेल निकाल लेते हैं.
गौरतलब है कि इस गिरोह द्वारा पाइपलाइन से तेल निकालने के क्रम में पाइप लाईन के वॉल्व खुल जाने और तेल पाइपलाइन फट जाने से लाखों लीटर तेल कईबार पानी की तरह बह चूका है. इस तरह की घटना बरौनी से कानपुर तक 680 किलोमीटर लंबे बिछे पाइप में भी हो चुकी है. तेल लीकेज की सूचना मिलने के बाद कुल्हड़िया के अलावा बोक्सा, बसौली, महदह, जगदीशपुर व अन्य गांवों के हजारों लोग तेल लूटने के लिए दौड़ पड़े थे .और उन्हें सँभालने में पुलिस बल के पसीने छूट गए थे.पुलिस लाइन से लाठी दस्ता के 50 जवान हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर के साथ घटनस्थल पर बुलाने पड़े थे.दरअसल पाइपलाइन काटकर तेल चोरी का ये पूरा खेल वर्षों से चल रहा है. इसके पहले भी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चुन्नी गांव में पाइप में छेद कर तेल चोरी की घटना हो चुकी है.पिछले साल 9 जुलाई 2013 को मुफस्सिल थाने के चौसा-धनसोई मार्ग पर चुन्नी गांव के पास और 12 मार्च 2014 बोक्सा गांव के पास तेल चोरी हुई थी . आपको बताते चलें कि इन तेल चोरी की घटनाओं में शामिल गिरोह की तलाश लम्बे समय से पुलिस को थी . बक्सर पुलिस लगातार इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही थी.लेकिन उसे सफलता शनिवार को मिली .एसपी के अनुसार पाइपलाइन में होल कर चोरी करने के पीछे इस गिरोह के शातिर दिमाग वाले सरगना संजीव का हाथ था. पाइपलाइन बिछाए जाने की जानकारी गुप्त होती है.जहां पाइप बिछी है उसके इर्द-गिर्द 60 फुट जमीन कंपनी लीज जाती है ताकि किस जगह पर पाइपलाइन है किसी को पता न चले. लेकिन,इसके वावजूद गिरोह द्वारा नपे-तुले जगह पर जहां पाइप बिछी होते है खुदाई की जाती है.इतना ही नहीं इस काम में वाल्व मशीन भी अत्याधुनिक ढंग का इस्तेमाल किया जाता था.
बक्सर पुलिस संजीव से पूछताछ कर रही है.सूत्रों के अनुसार उसने बड़े बड़े खुलासे किये हैं.इस तेल चोरी के मामलों में तेल कंपनियों के कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम का खुलासा भी किया है.लेकिन जांच पड़ताल के पहले पुलिस उन नामों को सार्वजनिक नहीं करना चाहती.