रेलवे के प्रशिक्षण संस्थान को बिहार से यूपी ले जाने पर सियासत तेज

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रेलवे के प्रशिक्षण संस्थान को बिहार से यूपी ले जाने पर सियासत तेज

सिटी पोस्ट लाइव : भारतीय रेलवे ने बिहार को एक बड़ा झटका दिया है. रेलवे ने बिहार के मुंगेर के जमालपुर स्थित अपने सबसे पुराने प्रशिक्षण संस्थान इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को बंद करने का निर्णय लिया है. रेलवे ने इस संबंध में  पत्र संख्या संख्या /249/4/पीडब्लूपी/2014-15/ पीएच-64/पीएलजी दिनांक 27-04-20 अधीन विभाग देकर संस्था को बंद कर लखनऊ हस्तांतरित करने का आदेश दे दिया है.

रेलवे के इस फैसले का विरोध बिहार में शुरु हो गया है. बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता संजय झा ने इसका विरोध किया है.उन्होंने इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पत्र पर रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है. जेडीयू नेता ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया है. अपने ट्वीट में संजय झा ने लिखा है –“जमालपुरस्थित इंडियन रेलवे के इस सबसे पुराने केन्द्रीय संस्थान से न सिर्फ बिहार के लोगों का बल्कि भारतीय रेल के हजारों लोगों व अधिकारीयों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है. नीतीश कुमारजी के 1 मई को लिखे पत्र के आलोक में रेलमंत्री पीयूष गोयल जी से तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध है.

संजय झा ने एक दुसरे ट्वीट में लिखा है कि 93 साल पुराना IRIMEEजमालपुर, बिहार और रेलवे के गौरवपूर्ण इतिहास का अभिन्न हिस्सा रहा है. 1927 से ही यह रेलवे के शीर्षस्थ अधिकारियों को प्रशिक्षित करता रहा है. इसे बिहार से बाहर ले जाने केरेल मंत्रालयके आदेश परनीतीश कुमारजी ने पुनर्विचार का आग्रह किया है. इस मसले पर संजय झा को कांग्रेस का भी साथ मिल गया है. प्रदेश कांग्रेस कमिटी रिसर्च विभाग एवं मैनिफेस्टो समिति के अध्यक्ष आनन्द माधव एवं प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने एक बयान जारी कर रेल मंत्री पीयूष गोयल जी एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से यह आग्रह किया है कि बिहार के साथ हो रहे इस अन्याय को अविलंब रोके और आईआरआईएमईई को जमालपुर में हीं रहनें दें.अगर यह फैसला जल्द वापस नहीं लिया गया तो इसके विरोध में कांग्रेसी सड़क पर उतरने को मजबूर हो जायंगे.

गौरतलब है कि इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (IRIMEE)नाम से यह प्रशिक्षण संस्थान जमालपुर में 1888 में खोला गया था. वहीं 1927 से रेलवे के मैकेनिकल इंजीनियरिंग को प्रशिक्षण दिया जाता  रहा है.प्रशिक्षण के लिए यहाँ देश के कोने कोने से लोग आते हैं.इस प्रशिक्षण केंद्र की वजह से इस इलाके में हमेशा रौनक बनी रहती है.इस प्रशिक्षण केंद्र से हजारों लोगों की आजीविका भी जुडी हुई है..

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