छात्रों और मजदूरों के हित में उपेन्द्र कुशवाहा ने सरकार को दे दी चेतावनी
सिटी पोस्ट लाइव : आज मजदूर दिवस है। शोषण से मुक्ति के अपने अभियान के पहले विद्रोह को (शिकागो, अमेरिका) की याद को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। लगभग 150 वर्ष बाद आज फिर एक बार दुनिया भर के मजदूर अपने जीवन के सबसे गंभीर संकट ‘भूख’ से जूझने को विवश हैं। तरक्की और विकास की लम्बी दूरी तय करने के बावजूद अपनी श्रमशक्ति व कर्मसाधना से निरंतर प्रगति की गाथा लिखने वाले कर्मठ श्रमिक एवं कर्मयोगी मजदूर आज फिर वहीं खड़े हैं। हमारे यहां भी मजदूर वर्ग इस बार देश और खासकर बिहार सरकार की अकर्मण्यता के शिकार हैं। बिना तैयारी के लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार गरीब मजदूरों पर ही पड़ी है। विशेषज्ञों की भविष्यवाणी अब सामने आ गयी है। आशंका है कि कोरोना से ज्यादा मौतें भूख से हो जाएंगी। भूख से मौतों की खबर लगातार सामने आ रही है। अनाज से सरकारी गोदाम भरे हैं, लेकिन लाखों गरीब-गुरबा को अनाज नहीं मिल रहा है। बिहार से बाहर कमाने गए मजदूरों की स्थिति और ज्यादा भयावह है। वे बेरोजगारी और भूख से तंग आकर अपने घर लौटना चाहते हैं, लेकिन बिहार सरकार अपनी अकर्मण्यता छिपाने के लिए तरह-तरह की बात बनाने में लगी है।
आज मई दिवस पर फेसबुक लाइव के जरिये अपने संबोधन में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा जी ने कहा कि दूसरे राज्य स्पेशल ट्रेन के जरिए अपने मजदूरों को लाने का काम कर रही है। झारखंड के मजदूरों को हैदराबाद से रांची आज लाया जा रहा है। वहीं बिहार सरकार मजदूरों को लेकर सिर्फ बयानबाजी कर रही है। कुशवाहा जी ने बिहार सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर नीतीश सरकार 3 मई तक कोरोना व लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे संकटमय प्रवासी मजदूरों, विद्यार्थियों एवं आमजनों को वापस लाने का प्रयास और रोजी-रोटी सम्बंधित योजनाओं को ठोस रूप से धरातल पर नही लाती है तब पार्टी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के द्वारा बताए रास्ते पर चलकर राज्यभर में सिविल नाफरमानी (सविनय अवज्ञा) आंदोलन के जरिए सड़कों पर उतरेगी और सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करते हुए कानून तोड़ने पर मजबूर होगी।उधर मई दिवस पर ही माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने पैतृक गांव जावज में संकटमय मजदूरों के बीच सहायता राशि का वितरण भी किया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय उपेंद्र कुशवाहा जी ने अपने फेसबुक लाइव कार्यक्रम के माध्यम से कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया था। उसमें उन्होंने किसानों, छात्रों, मजदूरों सहित अन्य मुद्दों पर पार्टी की राय रखी थी। यह भी सर्वविदित है कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लाखों जरूरतमंद मजदूरों को अनाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया था कि सभी लोग हर दिन पांच-पांच घर से भिक्षाटन करें और अपना सहयोग मिला कर सबसे गरीब और जरूरमंद मजदूर को मई दिवस पर यथासंभव मदद करें।
बिहार के अलग-अलग हिस्सों में कार्यकर्ताओं ने भिक्षाटन किया और उनसे जो बन पड़ा उसे मिलाकर आज मई दिवस के दिन गरीब व असहाय मजदूरों के बीच मदद पहुंचाने का काम किया। सरकार की निरंकुशता के कारण लाखों मजदूर अपनी रोजमर्रा जरूरतों को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में भिक्षाटन कर रालोसपा कार्यकर्ताओं ने अकर्मण्य बिहार सरकार के प्रति अपना सत्याग्रही विरोध दर्ज करा पीड़ित मजदूरों के प्रति सम्मान जताने का सराहनीय प्रयास किया है।
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जी के आह्वान पर पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 26 से 29 अप्रैल तक भिक्षाटन कर धन संग्रह का काम किया है। प्राप्त राशि में अपना निजी योगदान जोड़कर आज अपने आसपास के निर्धनतम मजदूर परिवारों को सहायता किया।