तेजस्वी यादव ने किया सीएम नीतीश पर हमला, कहा-अहंकारी सरकार नहीं ले रही सहायता
सिटी पोस्ट लाइव : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एकबार फिर सीएम नीतीश पर बड़ा हमला बोला है. वहीं बिहार से बाहर फंसे छात्रों और मजदूरों के लाने को लेकर बसों की कमी पर सियासत भी गर्म है. जहां सत्ताधारी पार्टी बसों की कमी को लेकर स्पेशल ट्रेनों की मांग कर रही वहीं विपक्षी पार्टियां उन्हें बसें मुहैया करवा रही है. इसी क्रम में एकबार फिर तेजस्वी ने इसे लेकर ट्वीट किया है.
तेजस्वी ने लिखा कि 15 सालों की नीतीश-भाजपा सरकार के पास बिहार में मात्र 600 बसें है। मगर सरकार का विज्ञापन खर्च 500 करोड़ है। हमने मज़दूरों को वापस लाने के लिए सरकार को शुरू में 2000 बसों की सहायता प्रदान की है। लेकिन अहंकारी सरकार को बस मीडिया मैनज्मेंट के दम पर ही सारी जंग जीतनी है।
15 सालों की नीतीश-भाजपा सरकार के पास बिहार में मात्र 600 बसें है। मगर सरकार का विज्ञापन खर्च 500 करोड़ है।
हमने मज़दूरों को वापस लाने के लिए सरकार को शुरू में 2000 बसों की सहायता प्रदान की है। लेकिन अहंकारी सरकार को बस मीडिया मैनज्मेंट के दम पर ही सारी जंग जीतनी है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 1, 2020
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में लिखा नीतीश सरकार सृजन और शौचालय समेत 55 घोटाले कर प्रदेश का लाखों करोड़ अब तक हज़म कर चुकी है। हर वर्ष मानव शृंखला की नौटंकी और ऊपर से उसकी दर्जनों हेलिकॉप्टरों द्वारा फ़ोटोग्राफ़ी पर करोड़ों खर्च करती है। बिहार जैसे ग़रीब प्रदेश का विज्ञापन पर 500 करोड़ का खर्च है।
नीतीश सरकार सृजन और शौचालय समेत 55 घोटाले कर प्रदेश का लाखों करोड़ अब तक हज़म कर चुकी है। हर वर्ष मानव शृंखला की नौटंकी और ऊपर से उसकी दर्जनों हेलिकॉप्टरों द्वारा फ़ोटोग्राफ़ी पर करोड़ों खर्च करती है। बिहार जैसे ग़रीब प्रदेश का विज्ञापन पर 500 करोड़ का खर्च है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 1, 2020
और आखिरी ट्वीट में तेजस्वी ने नीतीश कुमार के जल-जीवन हरियाली यात्रा पर हुए खर्च पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा कि यह सरकार कथित जल-जीवन हरियाली के नाम 24500 करोड़ खर्च करती है लेकिन लगभग 40 लाख अप्रवासी बिहारियों के जीवन की कोई चिंता नहीं। सरकार के 15 साल के कथित विकास का भांडा फूट चुका है। इनका सुशासनी दोहरापन उजागर हो चुका है।
यह सरकार कथित जल-जीवन हरियाली के नाम 24500 करोड़ खर्च करती है लेकिन लगभग 40 लाख अप्रवासी बिहारियों के जीवन की कोई चिंता नहीं। सरकार के 15 साल के कथित विकास का भांडा फूट चुका है। इनका सुशासनी दोहरापन उजागर हो चुका है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 1, 2020